डेस्क : आपने अपने मोहल्ले की गंदी नालियों या कीचड़ में सूअरों को खेलते या आराम करते देखा होगा। ऐसी जगहों पर हमेशा सूअर नजर आते हैं। यही कारण है कि लोग इन्हें सबसे गंदे जानवरों में मानते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सुअर कीचड़ में रहना क्यों पसंद करता है? दरअसल इसके पीछे भी विज्ञान है. आइए आज जानते हैं कि सूअर ऐसी जगहों पर रहना क्यों पसंद करते हैं।
जब इंसान को गर्मी लगती है तो उसे पसीना आता है। दरअसल, जब हमें पसीना आता है तो हमारा शरीर तापमान को नियंत्रित कर रहा होता है। इस दौरान पसीने की ग्रंथियां पसीना बाहर निकालती हैं। लेकिन सूअरों में पसीने की ग्रंथियां नहीं होती और उन्हें पसीना नहीं आता। इसलिए, खुद को ठंडा करने के लिए वे कीचड़ में डूब जाते हैं। कीचड़ में रहने से उनकी त्वचा धूप की जलन से सुरक्षित रहती है।
सूअरों को बहुत गंदा जानवर माना जाता है, लेकिन कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि सूअर वास्तव में साफ जानवर हैं। वे अपने सोने के स्थान पर शौच करने से बचते हैं। इसके अलावा वे खाना तभी खाते हैं जब उन्हें अच्छा लगता है।
सूअरों में इंसान के बच्चे जितनी ही बुद्धि होती है और उन्हें दुनिया का पांचवां सबसे बुद्धिमान जानवर माना जाता है। वे कुत्तों की तुलना में अधिक बुद्धिमान और प्रशिक्षित होते हैं। सूअर केवल दो सप्ताह में अपना नाम सीख लेते हैं और उस नाम से पुकारे जाने पर आ जाते हैं।