Shark Tank India का खुला पोल : व्यापारियों को देते हैं नकली चेक, ऐसे हुआ खुलासा…

शार्क टैंक इंडिया(Shark Tank India)’ के सीजन 2 और 3 को सोनी लिव पर स्ट्रीम किया गया.शार्क टैंक इंडिया'(Shark Tank India)का सीजन 1 सोनी टीवी पर ऑन एयर हुआ था. आए दिन सोशल मीडिया पर शर्क टैंक(Shark Tank India) के वीडियो वायरल होते रहते हैं लोगों को शर्क टैंक(Shark Tank India) में आए हुए प्रोडक्ट्स काफी ज्यादा पसंद भी आते हैं लेकिन कुछ समय पहले शर्क टैंक(Shark Tank India)से जुड़ा एक ऐसा मुद्दा सामने आया जिसने लोगों के होश उड़ा दिए या कहीं की शर्क टैंक(Shark Tank India) की सच्चाई सामने आ गई।

शार्क टैंक इंडिया में देते हैं नकली चेक

शर्क टैंक(Shark Tank India) से जुड़ी एक चीज ऐसी है जिसे जनता के होश उड़ा दिए हैं आप सभी ने देखा होगा कि शार्क्स को जब कोई प्रोडक्ट पसंद आता है तो वह उसमें इन्वेस्ट करने के लिए पिचर को चेक देते हैं लेकिन हाल ही में शार्क टैंक इंडिया(Shark Tank India) के शार्क अमित जैन ने एक यूट्यूब चैनल में पॉडकास्ट के समय शार्क टैंक से जुड़ा एक बड़ा रस खोल एक युट्यूबर के साथ किए हुए पॉडकास्ट में अमित जैन ने कहा है कि शार्क टैंक इंडिया में जो चेक शो में वो पिचर को देते हैं, वो नकली होते हैं. वो चेक उनके बैंक अकाउंट से लिंक नहीं होते, न ही चेक पर लिखा गया खाता नंबर सही होता है. पिचर के साथ डील हुई है, ये ऑडियंस को दिखे ये चेक सिर्फ कैमरे में दिखाने के लिए होता है इसलिए ‘शार्क टैंक इंडिया’ में नकली चेक का यूज किया जाता है.

ऑफ कैमरा होती है प्रोडक्ट की डबल वेरिफिकेशन

शार्क अमित ने पॉडकास्ट में आगे बताया कि भले ही डील करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले चेक नकली हों, लेकिन इस दौरान किया जाने वाला बिजनेस पूरी तरह से असली होता है पिचर से बात करने के बाद शार्क्स की टीम ये वेरीफाई करती है कि क्या उन्हें दी गई जानकारी सही है. उनके वेरिफिकेशन के बाद इन पिचर और शार्क के बीच कॉन्ट्रैक्ट बनाया जाता है. जब प्रोडक्ट हर वेरिफिकेशन को पास कर लेता है तब जाकर दोनों के बीच की ‘डील’पूरी हो जाती है.