पुलिस (Police) और पुलिस की गाड़ी को देखकर बड़े-बड़े चोर-गुंडे-डकैत फरार हो जाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि पुलिस के गाड़ियों के ऊपर यह रेड और ब्लू कलर (Blue Light) का लाइट क्यों लगा होता है. शायद आपको इस बारे में कोई जानकारी ना हो अगर नहीं है. तो आज हम इसी के बारे में चर्चा करने वाले हैं कि, आखिर रेड और ब्लू के अलावा ग्रीन एलो कलर की लाइट क्यों नहीं होती है. तो चलिए जान लेते हैं. आखिर ऐसा क्यों होता है?
क्या काम है इस रेड (Read Light) और ब्लू लाइट (Blue Light) का?
आपने पुलिस (Police) की गाड़ी को जरूर देखा होगा. पुलिस जब थे सड़क पर निकलती है. तो वह अपने गाड़ी के सायरन को जरूर बजाती है. खासकर इमरजेंसी के दौरान पुलिस गाड़ी के सायरन को बार-बार बजाते हुए आगे निकल जाती है. आपने इस बात को कई बार नोटिस किया होगा. लेकिन गाड़ी के ऊपर लगे रेड (Read Light) और ब्लू कलर (Blue Light) के लाइट का क्या मतलब होता है. इसके बारे में शायद आप नहीं जानते होंगे.
दरअसल ऐसा इसलिए होता है की जब भी रात के समय कोई भी बड़ी हादसा हो गई है. और पुलिस को वहां जल्द से जल्द पहुंचना है. तो पुलिस अपनी गाड़ी में लगे लाइट को ऑन कर देता है. ताकि लोग ये समझ जाए की की इमरजेंसी है और पुलिस (Police) को वहां पहुंचना है.
इसलिए लगा होता है ब्लू और रेड लाइट
बता दें कि, ऐसा इसलिए होता है रेड कलर (Read Light) डेंजर का साइन होता है. जो लोगों को अलग करता है. साथ ही में किसी और कलर के मुकाबले रेड कलर ज्यादा अच्छे से लोगों को दिखाई देता है. वहीं अगर बात ब्लू कलर (Blue Light) की करे तो रात में लाल कलर का होना काफी नहीं है.
कुछ स्टडी के मुताबिक यह बात सामने आई की ब्लू कलर को काफी दूर से देखा जा सकता है और साथ ही में सभी गाड़ियों के लाइट रेड कलर (Read Light) के होते है. तो रात दूसरी गाड़ियों और पुलिस गाड़ियों में कोई कन्फ्यूजन ना हो इसीलिए पुलिस (Police) की गाड़ियों में रेड और ब्लू कलर का सायरन लगा होता है.