Saturday, July 27, 2024
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कभी सोचा है Aeroplane की खिड़की छोटी और गोल क्यों होती है ?

आपने कई दफा देखा होगा कि जब लोग एरोप्लेन के अंदर की वीडियो बनाते हैं तो उसमें उसकी खिड़की, बस की खिड़की के मुकाबले कई गुना छोटी होती है। आज हम आपको बताएंगे कि आखिर एरोप्लेन के अंदर की खिड़की इतनी छोटी क्यों होती है? सबसे पहले एरोप्लेन के अंदर की खिड़की को गोल काट दिया जाता है। एयरप्लेन को 10000 फीट से भी ऊपर उड़ाया जाता है और इसमें केबिन का जवाब एवं तापमान का परिवर्तन भी काफी बढ़ जाता है।

आपको बता दें की छोटी खिड़कियां कम दबाव को झेलने में ज्यादा सक्षम होती है। इसके मुकाबले केबिन की खिड़की को बड़ा बनाया जाता है, यह जवाब एविएशन एक्सपर्ट ने दिया है। एविएशन एक्सपर्ट के मुताबिक एरोप्लेन की संरचना ऐसे की जाती है की छोटी-छोटी चीजों से फ्लाइट ज्यादा प्रभावित नहीं होती। और यदि इसमें खिड़की और दरवाजे को छोटा भी रखा जाए तो भी ज्यादा परेशानी नहीं होती। एरोप्लेन की जो खिड़की होती है वह एरोप्लेन के आगे से लेकर पीछे तक जुड़ी होती है।

यदि खिड़की को अलग से लगा दिया जाएगा तो वह उड़ने में समस्या करेगा और एरोप्लेन की स्पीड भी कम हो जाएगी इसलिए एरोप्लेन की खिड़की को केबिन की खिड़कियों से जोड़कर रखा जाता है। अब हम आपको बताते हैं कि एरोप्लेन की खिड़की गोल क्यों बनाई जाती है, दरअसल एरोप्लेन की खिड़कियां गोल नहीं बनाई जाएगी तो हादसा होने के चांसेस रहते हैं, क्योंकि एरोप्लेन में दबाव, नियमित रूप से शिफ्ट हो जाता है और इसी प्रकार से कई विमान हाथ से भी हो चुके हैं, फिर 1940 के बाद से हादसों को टालने के लिए खिड़की के शीशे को गोल बनाया गया था। इससे भी हादसे की संख्या ना के बराबर हो गई।