Indian Railways : भारतीय रेलवे में अक्सर आपने देखा होगा कि ट्रेन ढक्कन या छोटी पट्टी लगाई गई होती है। ये ढक्कन सुरक्षा और सुविधा का महत्वपूर्ण उपकरण होता है। इन ढक्कनों का उपयोग सभी कोचों में किया जाता है ताकि सफर करने वाले यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा की सुरक्षा हो सके।
दरअसल, जब ट्रेन में अधिक यात्री होते हैं तो कोच में गर्मी बढ़ जाती है और यात्रियों के लिए सफर करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए ट्रेन के कोच में ख़ास व्यवस्था की जाती है जो कि ट्रेन के गर्मी के भाप को निकालने का काम करती है। यह व्यवस्था लोगों को अतिरिक्त गर्मी और संकोच से बचाती है।
ट्रेन में यात्रा करने के दौरान आपने देखा होगा कि ट्रेन के अंदर छत पर जालियाँ लगी होती हैं। कुछ कोचों में जालियों की जगह गोल गोल छेद होते हैं और ये जाली ट्रेन की ऊपरी प्लेटों से जुड़ी होती हैं। इनके जरिए ट्रेन के अंदर की हवा या गर्मी बाहर निकलती है क्योंकि गर्म हवाएं हमेशा ऊपर की ओर चलती हैं। इस तरह गर्म हवाएं कोच के अंदर के छेदों या जालियों से बाहर की ओर जाकर रूफ वेंटिलेटर के जरिए निकल जाती हैं।