डेस्क : देश में परिवहन को लेकर लगातार कुछ न कुछ नया किया जा रहा है। देश की आधी से ज्यादा आबादी रेलवे से यात्रा करती है। ऐसे में आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल से इसे और भी सरल बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में पुल पुश ट्रेन (Pul Push Train) की शुरुआत होने जा रही है।
इस संबंध में अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा लिया जाएगा। मिली जानकारी के मुताबिक पहली पुल-पुश ट्रेन पटना से मुंबई के बीच शुरू होगी। आइए जानते हैं इस ट्रेन के बारे में।
रेलवे का मकसद ज्यादा ट्रैफिक वाले रूट पर ट्रेनों की स्पीड और क्षमता बढ़ाना है। इसके लिए पुल और पुश ट्रेन चलाने पर विचार किया जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, पुल और पुश ट्रेनों के कोच इसी महीने तैयार हो जाएंगे। ये ट्रेनें कब और कहां से चलाई जाएंगी, इस पर अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है। इन ट्रेनों की अधिकतम गति करीब 130 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
क्या है पुल – पुश ट्रेन
इस ट्रेन की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसमें एक नहीं बल्कि दो इंजन लगाए जाएंगे। इसमें एक इंजन आगे और एक इंजन पीछे होगा। ट्रेन में जनरल और स्लीपर क्लास के कुल 22 कोच लगाए जाएंगे। शुरुआत में यह ट्रेन केवल नॉन-एसी होगी। इसके लिए पश्चिम बंगाल के चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स में विशेष कोच भी तैयार किए गए हैं। इस डबल इंजन ट्रेन में एक समय में एक ही इंजन चलेगा और इसे एक ही ड्राइवर या ऑपरेटर चलाएगा।
पुल पुश तकनीक के इस्तेमाल से ट्रेन की गति को तेजी से बढ़ाया और घटाया जा सकता है। रेलवे का कहना है कि इससे ट्रेन की औसत स्पीड 10 से 15 फीसदी तक बढ़ जाएगी। यही कारण है कि कुछ रूटों पर यह ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस से भी तेज गति से पहुंचेगी। इस ट्रेन का नाम वंदे जनसाधारण रखा जा सकता है।