Indian Navy VS Merchant Navy : कई सारे युवा ऐसे हैं जो समुद्र की लहरों के बीच अपना जीवन बिताना चाहते हैं और ऐसे लोग नेवी में नौकरी करना चाहते हैं। अब कुछ लोग होते हैं जो सरकारी नौकरी के लिए भारतीय नौसेना में जाना चाहते हैं और कुछ लोग ऐसे हैं.
जो प्राइवेट सेक्टर के अंतर्गत मर्चेंट नेवी में काम करते हैं। भारतीय नौसेना देश की सुरक्षा के लिए होती है जबकि मर्चेंट नेवी एक से दूसरे देश में व्यापार और यात्रियों को लाने ले जाने का काम करती है। आइये आज आपको इन दोनों के बीच की पूरी जानकारी देते हैं।
भारतीय नौसेना
भारतीय नौसेना समुद्री बॉर्डर पर देश की सुरक्षा का काम करती है और विदेशी आक्रमण का मुंहतोड़ जवाब देती है। वही समुद्र के रास्ते देश की सीमाओं की निगरानी करती है। भारतीय नौसेना को विश्व की चौथी सबसे मजबूत नौसेना माना जाता है। नौसेना की स्थापना 1612 में हुई लेकिन आजादी के बाद 1950 में इसका पुनर्गठन किया गया। अभी भारतीय नौसेना के पास 290 से ज्यादा जहाज है।
मर्चेंट नेवी
मर्चेंट नेवी कहे या फिर व्यापारिक नौसेना एक कमर्शियल फील्ड के अंतर्गत आता है। इसका काम एक देश से दूसरे देश में सामान पहुँचाना या फिर यात्रियों को लेकर जाना होता है। ये काम सरकारी और प्राइवेट दोनों प्रकार की कंपनियां करती है।
इसमें लोगों को पूरी ट्रेनिंग देने के बाद इस काम के लिए नौकरी पर रखा जाता है। मर्चेंट नेवी में बड़ा और शानदार सैलरी पैकेज मिलता है। यहां तक कि भारतीय नौसेना और व्यापारिक नौसेना की वर्दी में भी काफी समानता होती है।
दोनों में अंतर
- भारतीय नेवी में सैलरी के अलावा स्वास्थ्य सेवा, भत्ते और अन्य लाभ मिलते है, जबकि मर्चेंट नेवी में सैलरी के अलावा कुछ नहीं मिलता।
- भारतीय नेवी एक सरकारी नौकरी है और इसमें आपकी नौकरी सुरक्षित है, जबकि मर्चेंट नेवी में आपको अलग-अलग कंपनी में नौकरी मिल सकती है और आपको कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर महीना या सालों की नौकरी दी जाती है।
- भारतीय नेवी में भर्ती होने के लिए आपको SSR, AA, CDS और AMR जैसी परीक्षा में देनी पड़ती है और उसके बाद शारीरिक और मानसिक दक्षता भी देखी जाती है। जबकि मर्चेंट नेवी में किसी भी अच्छे विश्वविद्यालय से मरीन इंजीनियरिंग या संबंधित डिग्री हासिल करना ही काफी होता है। इसमें शारीरिक और मानसिक दक्षता नहीं देखी जाती है।