डेस्क: भारतवर्ष में सभी धर्मों के लोग एक साथ रहते हैं, और सभी का धार्मिक महत्व भी अलग है, कोई शिव को मानता है.. तो कोई अल्लाह को मानता है.. तो कोई ईसा मसीह को मानता है। मतलब हम कर सकते हैं की यहां सभी धर्मों के लोग अपने भगवान को अलग-अलग रूप में मानते हैं, यहां तक कि सभी का पूजा करने का विधि भी अलग है, लेकिन आज आप लोगों को हिंदू धर्म से जुड़े कुछ धार्मिक महत्व के बारे में बताएंगे।
आप लोगों ने कई बार हिंदू धर्म में देखा होगा की लोग अपने सर के बाल के बीचो-बीच हल्का बाल को छोड़ देते हैं, जिसे चोटी या फिर टिकी बोलते है, क्या आप लोगों ने कभी इस बात को जानने की कोशिश किया? आखिर यह चोटी रखने का क्या महत्व है? वैसे, कुछ नियम धार्मिक मान्यताओं पर आधारित होते हैं। जबकि, कुछ के वैज्ञानिक महत्व भी हैं, आमतौर लोग चोटी रखने वालों को कट्टर सोच का व्यक्ति भी मान लेते हैं, लेकिन हिंदू धर्म में शिखा यानि चोटी रखने की परंपरा बहुत पुरानी है। चलिए आपको विस्तार से बताते है।
हिंदू संस्कृति का मुताबिक, पहले साल के अंत, तीसरे और पांचवें साल में बच्चों का मुंडन कराया जाता है, इस दौरान सिर में कुछ बाल छोड़ दिए जाते हैं, जिसे चोटी कहा जाता है, इस संस्कार को मुंडन संस्कार कहा जाता है, यह सोलह सांस्कारों में से एक है, इसके अलावा शिखा यानि चोटी रखने का संस्कार यज्ञोपवीत या उपनयन में भी किया जाता है, मुंडन या यज्ञोपवीत संस्कार के दौरान जिस स्थान पर चोटी रखी जाती है उसे सहस्त्रार चक्र कहा जाता है।
वैसे, मान्यता है कि इस स्थान पर मनुष्य की आत्मा निवास करती है, वहीं विज्ञान के अनुसार सहस्रार मस्तिष्क का केंद्र है, यहीं से बुद्धि, मन, और शरीर के अंगों का नियंत्रण होता है। जानकारों का मानना है कि इस स्थान पर चोटी रखने से मस्तिष्क का संतुलन अच्छा रहता है। चोटी रखने से सहस्रार चक्र जागृत रहता है।
अगर शास्त्रों की माने तो सुश्रुत संहिता के मुताबिक, चोटी गाय के खुर के आकार का रखाना चाहिए, इस आकार की चोटी रखने से मन और मस्तिष्क का संचालन बेहतर रहता है, चोटी के स्थान पर सभी नाड़ियों का मिलन होता है, इस स्थान को अधिपतिमर्म कहा जाता है, यहां चोट लगने से इंसान की तुरंत मौत हो सकती है, इस स्थान पर सुषुम्ना नाड़ी का संगम होता है, इस नाड़ी का संबंध मस्तिष्क के साथ-साथ शरीर की सभी इंन्द्रियों से रहता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है, thebegusarai.in इसकी पुष्टि नहीं करता है।)