Ajab-Gajab : गर्मियों के मौसम में आपने देखा होगा कि जब भी आप बाहर से आते हैं तो घर में आते ही सबसे पहले पंखा चालू करते हैं और इसके हवा लगने से कुछ ही देर में आपका पसीना सूखने लगता है और आपको राहत भी मिलती है।
ऐसा आमतौर पर सभी के साथ होता है लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि पंखा चलने पर हवा क्यों आती है और इसका क्या कारण है? आखिर पंखा बंद करते है हवा क्यों रुक जाती है? आइये आपको बताते है इसका कारण…..
कोरा पर लोगों ने दिया जवाब
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कोर पर ऐसे कई सवाल आते रहते हैं जिनका कई सारे लोग जवाब भी देते हैं। इसी तरह सनी साहू नाम के आदमी ने बताया कि, “वातावरण में हवा पहले से ही मौजूद होती है और मुझे पंखा चलता है तो वह इसे पीछे की बजाय आगे कर देता है।
इस तरह पंखा जितनी तेजी से घूमता है हवा भी उतनी तेजी से ही ऊपर जाती है। पंखे में हवा आगे की तरफ आती है तो कूलर में भी ऐसा ही होता है। कमरे में हवा पहले जितनी ही रहती है लेकिन पंखा या कूलर चलने पर यह आपके शरीर से टकराने लगती है। जिससे आपको लगता है कि पंखे से हवा लग रही है।”
इसी तरह गोकुलचंद सैनी नाम के आदमी ने बताया कि, “हवा पहले स्थिर होती है और कमरे में ही मौजूद होती है लेकिन जब पंखा चलता है तो यह अपना स्थान बदलती है और दो स्थानों के तापक्रम में परिवर्तन होने से हमें हवा लगती है। हवा कई बार तूफान और आंधी का रूप भी ले सकती है।”
आखिर पंखा चलने पर क्यों लगती है हवा?
इस बारे में पंखों की बड़ी कंपनी क्रॉम्पटन ने भी अपनी वेबसाइट पर जवाब दिया है। उनके अनुसार सीलिंग फैन का काम कमरे के अंदर की हवा को घुमाकर ठंडक प्रदान करना है। जब पंखे को चालू किया जाता है तो इसके ब्लेड घूमने लगते हैं।
ऐसा करने से लो प्रेशर एरिया बन जाता है और जहां हवा का दबाव कम होता है, जहाँ हवा ज्यादा होती है वहां से हवा खींच कर चली आती है। ये हवा पंखे के ब्लेड से लड़ती है और उससे टकराकर दूर चली जाती है। ये प्रोसेस चलता रहता है और इसी वजह से पंखा चलने के कारण हमें हवा लगती है। जब पंखा बंद हो जाता है तो हवा भी बंद हो जाती है।