अब कौन संभालेगा Sahara India का साम्राज्य? जमा पैसे का क्या होगा? जान लीजिए…

Sahara : मंगलवार के दिन यानी 14 नवंबर को सहारा ग्रुप के संस्थापक सुब्रत रॉय का निधन हो चुका है और वह लंबी बीमारी से पीड़ित थे। लेकिन अब सुब्रत रॉय के निधन के बाद सहारा ग्रुप और उसमें फंसे हुए निवेशकों के पैसे को लेकर सब लोग चिंतित है।

अब तक इस बात का सही जवाब नहीं मिल पाया है कि आखिर सहारा ग्रुप का अब कौन मालिक होगा? सुब्रत रॉय के अंतिम संस्कार में बेटे सुशांतो और सीमांतो को भी नहीं देखा गया जिसके बाद ये सवाल जोर-शोर से खड़ा होने लगा है।

लेकिन अब लोगों द्वारा अनुमान लगाया जा रहा है कि सहारा ग्रुप का कारोबार उनकी पत्नी स्वपना रॉय या फिर सहारा परिवार के जिम्मेदार लोगों को दी जा सकती है। इसके अलावा ये भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि सुब्रत रॉय के करीबी ओपी श्रीवास्तव या सुब्रत के भाई जेबी रॉय इस ग्रुप को आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।

जारी रहेगा सहारा से जुड़ा मामला

हालांकि SEBI की तरफ से बयान दिया गया है कि सुब्रत रॉय की मौत के बाद भी पूंजी बाजार नियामक समूह के खिलाफ ये मामला जारी रहेगा। SEBI के लिए ये मामला एक इकाई से जुड़ा हुआ है और चाहे कोई व्यक्ति जीवित रहे या उसकी मृत्यु हो जाए यह चालू रहेगा।

रिफंड कम होने के सवाल पर SEBI की अध्यक्ष माधबी बुच ने कहा कि पैसा निवेशकों द्वारा तय किए गए दावों के सबूत के आधार पर उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त समिति के जरिये वापस किया जायेगा।

कितने रुपये फंसे?

निवेशकों को अब तक 138 करोड़ रुपये मिल चुके है। लेकिन सहारा ग्रुप को SEBI के पास 24,000 करोड़ रुपये निवेशकों को लौटाने के लिए जमा करने को कहा था। इससे पहले सेबी ने 2011 में सहारा ग्रुप की दो कंपनियों सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉरपोरेशन और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड को वैकल्पिक रूप से पूर्ण परिवर्तनीय बॉन्ड के रूप में पहचाने जाने वाले कुछ बॉन्ड के जरिये करीब 3 करोड़ रुपये निवेशकों से जुटाये गए धन को वापस करने के लिए कहा गया था। नियामक ने आदेश में कहा था कि दोनों कंपनियों ने उसके नियमों और विनियमों का उल्लंघन करके फंड जुटाया था।

कोर्ट ने दिया आदेश

लंबी कानूनी लड़ाई के बाद उच्चतम न्यायालय ने सेबी के निर्देशों को बरकरार रखते हुए दोनों कंपनियों को निवेशकों से जमा किए गए पैसे 15 प्रतिशत ब्याज के साथ वापस करने को कहा था। इसके बाद ही सहारा को SEBI के पास निवेशकों का 24000 करोड़ रुपये जमा करने को कहा गया था। लेकिन सहारा ग्रुप की तरफ से यह बयान लगातार दिया जा रहा है कि उसने पहले ही 95% से अधिक निवेशकों को पैसा वापस कर दिया है।