Electricity in Phone Charge : आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी और डिजिटलाइजेशन के युग में स्मार्टफोन लोगों की जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। वर्तमान समय में लोगों के अधिकतर काम स्मार्टफोन से ही होते हैं और उन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत पड़ती रहती हैं।
आपको पैसों के लेनदेन या किसी भी बिल के भुगतान के लिए स्मार्टफोन की जरूरत पड़ती है। अपने फोन में रिचार्ज करने के लिए आप काफी चीजें देखते हैं या फिर देखते हैं कि आपको कौन सा रिचार्ज करवाना है या कौन सा प्लान आपको चाहिए? लेकिन क्या कभी आपने फोन चार्जर या फोन चार्जिंग के बारे में सोचा है?
क्या आपने कभी सोचा है कि एक बार फोन चार्ज करने में कितनी बिजली की खपत होती है? या एक बार फोन को चार्ज करने पर कितनी यूनिट खर्च होती है और इससे आप का बिजली बिल कितना बढ़ जाता है? अगर आपको नहीं पता तो हम आपको बताने जा रहे हैं कि एक बार फोन को फुल चार्ज करने पर आपकी कितनी यूनिट बिजली खर्च होती है? या पूरे महीने या पूरे साल में आपको कितना बिल देना होता है? इसका जवाब भी काफी मजेदार है।
मोबाइल चार्ज में कितनी होगी बिजली खर्च
देखा जाये तो हर फोन की बैटरी या चार्जर के हिसाब से बिजली की खपत होती है। लेकिन इन आंकड़ों में कुछ ज्यादा अंतर नहीं आता है। लेकिन आपको इन बातों का ध्यान रखना होता है कि आप कौनसा फोन इस्तेमाल कर रहे है, उसके लिए चार्जर कौनसा है या कितनी देर आपने फोन चार्ज लगाया है?
अधिकतर लोग फोन को चार्ज करने के लिए फास्ट चार्जिंग का इस्तेमाल करते है जिसमें उन्हें 3 घंटे लगते है और इतनी देर में 0.015KWH बिजली खर्च होती है। वहीं अगर आपके स्मार्टफोन की बैटरी ज्यादा mAh की है तो इसमें 0.115KWH बिजली खर्च होती है। इस तरह पूरे साल भर में 0.015KWH के हिसाब से 3 यूनिट बिजली खर्च होती है और ज्यादा mAh की बैटरी होने पर 4-6 यूनिट बिजली खर्च होती है तो आपको साल भर में 40 रुपये देने होंगे और महीने के हिसाब से लगभग 3.50 रुपये लगेंगे।