डेस्क : देश में भारतीय रेलवे एक मात्र ऐसा साधन है, जो यात्रियों को सस्ते किराए में आरामदायक सफर करता है। इस वजह से ट्रेन में सफर करने वालों की संख्या काफी होती है। इसी कड़ी में अगले महीने यानी अक्टूबर और नवंबर में कई त्यौहार मनाए जायेंगे।
ट्रेन से घर जाने वालों के लिए कंफर्म टिकट (Confirm Ticket) मिलना मुश्किल रहेगा। ऐसे में आज हम आपको रेलवे की एक ऐसी सुविधा बताने जा रहे हैं, जिसे अपनाने के बाद कंफर्म सीट मिलने का चांस बढ़ जायेगा। यदि आप वेटिंग टिकट लेते हैं उससे पहले यह जानना लेना काम आ सकता है। तो आइए जानते हैं।
भारतीय रेलवे ने यात्रियों को कन्फर्म टिकट उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 2015 में विकल्प योजना शुरू की थी। इसके तहत यात्री ऑनलाइन वेटिंग टिकट बुक करते समय कन्फर्म टिकट पाने के लिए दूसरी ट्रेन का विकल्प भी चुन सकते हैं।
ट्रेन टिकट के लिए ये ‘विकल्प’ कैसे चुनें?
वेटिंग टिकट बुकिंग के दौरान रेलवे आपको विकल्प योजना के तहत संबंधित रूट पर चलने वाली अन्य सभी ट्रेनों में यात्रा करने का विकल्प देता है। आप ट्रेन की टाइमिंग और अन्य जानकारी देखकर अपनी पसंद के अनुसार अधिकतम 7 ट्रेनें चुन सकते हैं। अगर मौजूदा ट्रेन में आपका टिकट कन्फर्म नहीं होता है तो रेलवे आपको उपलब्धता के आधार पर आपके द्वारा चुनी गई अन्य ट्रेनों में सीटें दे देता है। हालाँकि, इसकी कोई गारंटी नहीं रहती है।
लेकिन, विकल्प योजना चुनने से कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ जाती है। इस योजना को वैकल्पिक ट्रेन आवास योजना (एटीएएस) भी कहा जाता है। इससे रेलवे अधिक से अधिक यात्रियों को कन्फर्म टिकट उपलब्ध कराता है।
अगर यात्री ने टिकट बुकिंग के दौरान विकल्प विकल्प नहीं चुना है तो वह बुक टिकट हिस्ट्री में जाकर विकल्प स्कीम भी चुन सकता है। इसके बाद भारतीय रेलवे आपके द्वारा चुनी गई अन्य ट्रेनों में आपके लिए कन्फर्म टिकट बुक करने का प्रयास करेगा।