Electric Highway : देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इलेक्ट्रिक वाहन चालकों को खुशखबरी दी है। दरअसल, इलेक्ट्रिक विकसित करने की दिशा में काम किया जा रहा है।
इससे हाईवे पर इलेक्ट्रिक वाहन को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। सड़कों के विकास के साथ-साथ इलेक्ट्रिक हाईवे (Electric Highway) विकसित करने का काम भी तेजी से शुरू हो गया है।
व्हीकल कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एसीएमए) के केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने का अधिकार दिया जाएगा। साथ ही ऊर्जा मंत्रालय से बातचीत में 3.50 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
नितिन गडकरी ने यह भी कहा कि बिजली मंत्रालय के लिए किसी सरकारी कंपनी को सस्ती दर पर बिजली मुहैया कराना उतना मुश्किल नहीं है। इलेक्ट्रिक हाईवे आर्थिक रूप से अधिक व्यवहार्य है। इस हाईवे के लिए बिछाई जाने वाली बिजली केबल के निर्माण का काम निजी निवेशकों को दिया जाएगा।
यह तकनीक नॉर्वे और स्वीडन जैसे देशों में काफी लोकप्रिय है। जहां इलेक्ट्रिक हाइवे का संचालन किया जा रहा है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक हाईवे पर इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन के आधार पर काम किया जाता है। जैसे रेलवे के लिए किया जा रहा है। इसमें बिजली के तार लगे हुए हैं। जिसकी बिजली का उपयोग वाहन चलाने में किया जाता है। प्रायोगिक तौर पर सरकार नागपुर में पहले इलेक्ट्रिक हाईवे प्रोजेक्ट पर काम कर रही है