डेस्क : यदि आपने कभी भी सड़क से सफर किया हो तो अक्सर ही उसके किनारे पर अनेकों प्रकार के पत्थर जमीन पर लगे हुए देखे होंगे। दरअसल यह पत्थर सभी यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए तैयार किए जाते हैं। यह पत्थर कुल किलोमीटर की दूरी बताते हैं। ऐसे में आपने भी कई बार इन पत्थरों को देखा होगा और अंदाजा लगाया होगा कि आखिर आप जहां जाना चाहते हैं वहां से कितना दूर है।
अक्सर ही इन पत्थरों पर रंग कर दिया जाता है, कभी हमें यह पथर पीला रंग दिखता है तो कभी यह पत्थर हमें हरे रंग का दिखता है। ऐसे में आज हम इन्हीं पत्थरों पर लगे हुए रंग का मतलब जानेंगे।
यदि किसी पर पत्थर के ऊपर नारंगी रंग लगा होता है तो आपको सीधा समझ आ जाता है कि यह पत्थर एक ग्रामीण सड़क योजना के तहत लगाया गया है, बता दें कि जवाहर रोजगार योजना के भीतर ही इन पत्थरों को सड़कों के किनारे लगाया गया था जिससे की यह अंदाजा लग जाए की आखिर यात्री किस इलाके में है। गांव की सड़कों का जाल ऐसे वक्त 3,93,000 किलोमीटर लंबा है।
जब भी आप नेशनल हाईवे से सफर करते हैं तो आपको इन पत्थरों पर पीला रंग नजर आता है जिसका सीधा मतलब है की आप एक राज्य से दूसरे राज्य की ओर जा रहे हैं। ज्यादातर पीले पत्थर आपको नेशनल हाईवे पर देखने को मिलते हैं। नेशनल हाईवे का नेटवर्क 1,51,019 किलोमीटर है।
यदि कभी आपको नीले रंग का पट्टा नजर आए तो आप समझ जाइए कि आप शहर की सड़कों पर चल रहे हैं। कभी-कभी यह रंग आपको जिला रोड की सड़कों पर देखने को मिलता है। इन सड़कों का विस्तार 5,61,940 किलोमीटर तक फैला हुआ है।
हरी पट्टी वाले पत्थर यदि आपने देखें हो तो आपको बता दें की इस तरह के पत्थर एक स्टेट हाईवे पर नजर आते हैं। दरअसल हरे रंग वाले पत्थर हमें बताते हैं की हम स्टेट हाइवे पर चल रहे हैं। साल 2016 के मुताबिक पूरे देश भर में 1,76,166 किलोमीटर लंबा स्टेट हाईवे का नेटवर्क है।