Credit Card: आज के समय में बैंकिंग सुविधाएं इतनी अच्छी मिल रही है कि लोग इसमें उलझते जा रहे हैं। यह वाक्य आपको अटपटा जरूर लग रहा होगा लेकिन इस क्रेडिट कार्ड के दौर में लोगों को जहां राहत मिली हैं वहीं परेशानी भी बढ़ गई है। क्रेडिट कार्ड मिलने के बाद लोगों का खर्चा पर कंट्रोल नहीं रहता ऐसे में वे कर्ज में दबते चले जाते हैं।
हालांकि, क्रेडिट में लोगों कई सुविधा दी जाती है। अगर इसका सही से इस्तमाल हो तो यह इमरजेंसी में आर्थिक सहयोग के लिए एक अच्छा विकल्प है। लेकिन लोगों को आज इसका लत लगता जा रहा है। लोग उल जुलुल खर्च कर कर्ज में दबते जा रहे हैं। आइए इससे बचने और और इसमें न फंसने के उपाय को जानते हैं।
क्रेडिट कार्ड के कर्ज में ऐसे उलझते हैं लोग
आज के समय में लोग शौक के तौर पर क्रेडिट कार्ड लेने लगे हैं। इसके कई फायदे हैं, लेकिन नुकसान भी कम नहीं हैं। सबसे बड़ा नुकसान इस पर लगने वाला ब्याज है। क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर 30-42 फीसदी तक हो जाती है।
इसका सबसे बड़ा नुकसान यह भी है कि अगर आप क्रेडिट कार्ड से कोई सामान खरीदते हैं और उसका बिल 50 हजार रुपये है और आपने भुगतान 40 हजार किया है। ऐसे में आपको सिर्फ 10,000 रुपये पर ही ब्याज नहीं देना होगा, बल्कि पूरे 50,000 रुपये पर ब्याज देना होगा। यह ब्याज भी 30-42 फीसदी का होगा। इसी तरह जानकारी के अभाव में लोग क्रेडिट कार्ड के चक्कर में फंस जाते हैं।
इन 2 तरीकों से क्रेडिट कार्ड के उलझन से उबरें
इन सब से बचने के लिए आपको उधार से खरीदारी कम करनी होगी। साथ ही, अपना बकाया तुरंत चुकाएं, भले ही इसके लिए आपको पर्सनल लोन लेना पड़े। ध्यान रखें कि बैंक से आपको पर्सनल लोन केवल 12-14% ब्याज पर मिलेगा, जबकि क्रेडिट कार्ड के बकाए पर आपको 30-42% ब्याज देना होगा.
जो कि पर्सनल लोन की दर से लगभग तीन गुना है। तो आप किसी भी बैंक से पर्सनल लोन ले सकते हैं और अपने क्रेडिट कार्ड का बिल चुका सकते हैं। पर्सनल लोन की कुछ किश्तें बनवाएं और धीरे-धीरे इसे चुकाते रहें। साथ ही कोशिश करें कि क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कम से कम करें।
क्रेडिट कार्ड बिल का बिल इस तरह भी किया जा सकता है भुगतान
अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करने का दूसरा तरीका यह हो सकता है कि आप कंपनी से बात करें और अपने बकाए को ईएमआई में बदलवाएं। यानी अगर आपका बिल 1 लाख रुपये का है और आप इसे चुकाने में सक्षम नहीं हैं तो आप इसकी ईएमआई बनवा सकते हैं और फिर धीरे-धीरे इसका भुगतान कर सकते हैं। ईएमआई बनाने पर आपको 42 फीसदी ब्याज नहीं देना होगा।