तेघड़ा ( बेगूसराय) जिंदगी की जंग हार चुकी मुख्य पार्षद आसमा खातून का शव बुधवार को कोलवारा ईदगाह की मैदान में सुपुर्द ए खाक हुई। मंगलवार कि सुबह बेगूसराय के निजी नर्सिंग होम में मुख्य पार्षद ने अंतिम सांस ली थी। कांग्रेस भवन के पास अवस्थित उनके आवासीय परिसर से जनाजा निकला। जनाजा कोलवाड़ा के ईदगाह की मैदान में गई। जहां जनाजे की नमाज पढ़ी गई।जनाजे में उमड़ी सैलाब की हुजूम से ईदगाह की मैदान छोटी पड़ गई ।
जनाजे में सुबह से ही लोगों का एकत्रित होना शुरू हुआ देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोगों का जनसैलाब ईदगाह ग्राउंड में देखने को मिला। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा जनसैलाब देखकर लगाया जा सकता है। जनाजे में हर समुदाय के लोग शामिल हुए। जनाजे को कांधा वार्ड पार्षद महबूब आलम उर्फ कारी मुखिया के अलावे दोनों पुत्र ने दिया।लोगों की माने तो इतनी बड़ी संख्या में अनुमंडल क्षेत्र में पहली बार किसी जनाजे में भीड़ देखी गई।
उनकी अंतिम यात्रा में अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार , तेघरा नगर परिषद के निवर्तमान उप मुख्य पार्षद सह व्यवसायिक संघ के सचिव सुरेश रौशन, पूर्व प्रमुख रामनरेश सिंह, आरबीएस कॉलेज के प्राचार्य मोहम्मद नजरुल इस्लाम, वार्ड पार्षद भूषण सिंह, कन्हैया कुमार, पूर्व पार्षद सनातन सिंह, पूर्व मुखिया अशोक सिंह, भाकपा के रविंद्र कुमार, अमित कलोठिया, मोहन साह ,सुनील सोनी, सुशील केजरीवाल, मोहम्मद आलम, मोहम्मद बशीर, मोहम्मद बच्चु, वार्ड प्रतिनिधि रौशन कुमार के अलावे हजारों लोग शामिल हुए।
आसमा खातून की असामयिक जाना तेघरा नगर परिषद क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी क्षति है। इन्होंने मुख्य पार्षद से पहले नगर परिषद वार्ड संख्या 25 से निर्विरोध वार्ड पार्षद बनी। उससे भी पहले गौरा 5 के मुखिया के रूप में उनकी बेहतर कार्यकाल रहा।अपने जीवन काल में तेघरा नगर परिषद के विकास के लिए पक्ष अथवा विपक्ष में बैठकर अपनी अग्रणी भूमिका निभाती रही।