IIT Professor Salary : इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (Indian institute of technology) आज हमारे देश की सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक मानी जाती है. इंजीनियरिंग के छात्रों का लक्ष्य होता है कि, उन्हें किसी अच्छे इंस्टिट्यूट में एडमिशन मिल जाए क्योंकि यहां की पढ़ाई और प्लेसमेंट काफी अच्छे तरीके से होती है, जाहिर तौर पर अगर प्रोफेसर काफी क्वालिफाइड होता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि आईआईटी में प्रोफेसर कैसे बन जाता है. उन्हें कितनी सैलरी दी जाती है और उन्हें सैलरी के साथ-साथ कौन-कौन सी सुविधाएं दी जाती हैं ? आइए इसी से जुड़ी जानकारी को हम जान लेते हैं.
दरअसल, हर सत्य की जॉब की तरह आईआईटी (IIT) में भी रिक्त पदों के हिसाब से समय-समय पर असिस्टेंट प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर के अलावा प्रोफेसर की पदों पर भारती की जाती है. नोटिफिकेशन के अनुसार आईआईटी (IIT) में फैकल्टी बनने के लिए कैंडिडेट के पास फर्स्ट क्लास ग्रेड की योग्यता के अलावा किसी संबंधित ब्रांच से पीएचडी की डिग्री होनी चाहिए. इसके अलावा उसे कैंडिडेट का पूरा एकेडमिक रिकॉर्ड भी काफी अच्छा होना मैटर करता है.
क्या होगा चाहिए अनुभव ?
- आईआईटी (IIT) में प्रोफेसर की जॉब पाने के लिए 10 साल का टीचिंग एक्सपीरियंस रिसर्च अथवा इंडस्ट्रियल का भी अनुभव होना लाजमी होता है. इसके अलावा IIT, IISC, IIM, NITIE,IISER मैं स्टैंडर्ड वाले संस्थान में एसोसिएट प्रोफेसर के तौर पर कम से कम 4 साल का अनुभव होना बेहद जरूरी होता है.
- एसोसिएट प्रोफेसर की जॉब के लिए 6 साल का टीचिंग एक्सपीरियंस रिसर्च अथवा इंडस्ट्रियल एक्सपीरियंस के अलावा कम से कम 3 साल का असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर किसी संस्थान के साथ जुड़कर काम.
- असिस्टेंट प्रोफेसर ग्रेट एक के लिए कम से कम 3 साल का टीचिंग एक्सपीरियंस रिसर्च अथवा इंडस्ट्रियल अनुभव के अलावा 3 साल से कम अथवा एचडी के प्रेशर उम्मीदवार भी असिस्टेंट प्रोफेसर गेट टू के पद के लिए नियुक्त किया जा सकते हैं. शुरुआत में या कांट्रेक्चुअल आधार पर जॉब करते हैं और 3 साल के बाद इंडियन रेगुलर बेस पर रख लिया जाता है.
कितनी मिलती है सैलरी?
- प्रोफेसर की सैलरी:- 1,59,100 रुपए से लेकर 2,20,200 रुपए प्रतिमा तक होती है. न्यूनतम सैलरी 1,59,100 रुपए से शुरू होती है जो TA,DA भत्तों को जोड़कर 2,31,034 रुपए प्रतिमा तक पहुंच जाती है.
- एसोसिएट प्रोफेसर की सैलरी: – 1,39,600 रुपए से लेकर 2,11,300 रुपए तक होती है. जिसमें न्यूनतम सैलरी 1,39,600 रुपए से शुरू होती है जो TA,DA भत्तों को जोड़कर 2,03,334 रुपए प्रतिमा तक पहुंच जाती है.
- असिस्टेंट प्रोफेसर की सैलरी:- 1,01,500 रुपए से लेकर 1,67,400 रुपए होती है. जिसमें न्यूनतम सैलरी 1,01,500 रुपए से शुरू होती है जो TA,DA भत्तों को जोड़कर 1,49,242 रुपए प्रतिमा तक पहुंच जाती है.
क्या मिलती है सुविधाएं ?
- 3 साल के ब्लॉक में ₹300000 का प्रोफेशनल डेवलपमेंट अलाउंस के साथ भारत और विदेश के सम्मेलनों में भाग लेने के लिए निशुल्क और किताब पत्रिकाएं सहित अन्य आकस्मिक खर्च शामिल होता है.
- महंगाई, बच्चों की शिक्षा, यात्रा और टेलीफोन समेत अन्य खर्च.
- सभी फैकल्टी सदस्यों के लिए रहने की व्यवस्था निशुल्क
- रीलोकेशन के लिए 1.25 लाख का खर्च दिया जाता है.