डेस्क : देश नाम बदलने का सिलसिला जारी है। इसी बीच अब सुल्तानगंज Sultanganj Railway Station के नाम बदलने को लेकर बात सामने आई है। दरअसल बिहार के उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने मंच को संबोधित करते हुए कहा सुल्तानगंज का नाम बदलकर बाबा अजगैबीनाथ धाम करने पर विचार की जाएगी। बता दें कि बीते गुरुवार को सुल्तानगंज के गंगे घाट पर श्रावणी मेला का उद्घाटन करने पहुंचे बिहार के उपमुख्यमंत्री संबोधन के दौरान यह बात कही।
इससे पहले स्थानीय विधायक सहित तमाम वक्ताओं ने श्रावणी मेला को राष्ट्रीय मेला का दर्जा देने और सुल्तानगंज का नाम बदलने का मांग को लेकर आवाज उठाए। इस पर उपमुख्यमंत्री ने सहमति जताते हुए पहल करने का आश्वासन दिया। नमामि गंगे परियोजना के तहत 30.7 करोड़ की लागत से रिवरफ्रंट तैयार किया गया है। इस रिवरफ्रंट की लंबाई की बात करें तो 125 मीटर है। इसमें लकड़ी का 4 शवदाह, वस्त्र बदलने के लिए रूम, शौचालय आदि शामिल है। इसी प्रकार कई सीढी घाट को भी योजना के तहत तैयार किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पावन श्रावणी मेला के लिए सुल्तानगंज सहित पूरे कांवरिया पथ में बेहतरीन व्यवस्था हुई है। इसके बाद भी यदि किसी भी तरह की कमी रह गई हो तो उसे समय रहते पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि गंगा को पवित्र और स्वच्छ रखने के लिए सरकार काफी गंभीर है। हम लोग भाग्यशाली हैं कि हमारे पास गंगा है। दूसरे राज्य के लोग गंगा के लिए तरसते हैं। सुल्तानगंज के सभी नालों को एसटीपी से कनेक्ट किया जाएगा। जिससे नाला का पानी गंगा में ना जाए। इस योजना को अगस्त तक समाप्त कर लेने का लक्ष्य रखा गया है।
इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री के अलावा राजस्व एवं भूमि सुधार ओर जिले के प्रभारी मंत्री रामसूरत राय ने भी सुल्तानगंज का नाम बदलने को लेकर लोगों को आश्वासन देते नजर आए। साथ ही श्रावणी मेला को राष्ट्रीय मेला का दर्जा देने की बात कही। बता दें कि इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री और रामसूरत राय समेत स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी, पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद, बांका के सांसद गिरधारी यादव समेत कई अन्य सांसद और विधायक मौजूद रहे। सभी ने सुल्तानगंज का नाम बदलने को लेकर अपनी अपनी बात रखी।