नई दिल्ली : Covid-19 ने देश मे महामारी का शक्ल इखतियार कर लिया है इससे संक्रमण का खतरा तेजी से बढता जा रहा है ज़िससे संक्रमित मरीजो की तायदाद मे लगातार इजाफा हो रही है इसको देखते हुये देश के सभी राज्यों ने लॉक डॉउन का ईलान ज़ारी कर दिया है .स्वासस्थ्य विभाग स्टाफ ने बताया है कि यह बीमारी एक दूसरे के करीब रहने ,हाथ मिलाने ओर किसी चीजो को छूने पर,फिर उन चीजो को दूसरे लोगो द्वारा छूने से फेलता है .जहाँ लोग एक साथ जमा होते हैं इससे भी इसके संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है इस दौरान बार -बार आमलोगो द्वारा सवाल किया जा रहा है कि मस्जिदो मे नमाजियो द्वारा एक साथ मिलकर नमाज पढने मे किस तरह की सावधानी बरतनी चाहिये.
शरिया कोंसिल ज़ामत-ए-इस्लामी हिन्द की जवाब
शरिया कोंसिल ज़मात-ए -इस्लामी हिन्द ने इन सवालो पर गौर किया इस्लाम मे ईबादत की बहुत अहमियत ओर लोगो के ज़िन्दगी की हिफाजत के सिलसिले मे ईस्लामी तालीम की रोशनी मे कई महत्त्वपूर्ण फैसले लिये हैं ,जिसके अनुसार देश के ज़िन इलाको मे सरकार द्वारा लॉक डॉउन का फैसला लिया गया है ,वहां के मुसलमानो से खास अपील करती है कि उन फैसलो को अपने कार्यकर्मो मे शामिल करें 1मस्जिदो मे सेनीटाइज़र का उपयोग करें ,चिकित्सा कर्मियो अधिकारियो द्वारा निर्धारित किये सुझाबो का पालन करना है . देश ज़िन इलाको मे सरकार द्वारा लॉक डॉउन का फैसला लिया गया है वहां के मुसलमानो से खास अपील करती है कि उन फैसलो को अपने कार्यकर्मो मे शामिल करें
- मस्जिदो मे सेनिटाईज़र का इस्तेमाल करें चिकित्सा कर्मियो अधिकारियो द्वारा निर्धारित किये सुझावो का पालन करना है.
- मस्जिदो मे पांचों वक़्त अजान दी जाये क्युकी यह इस्लामी पहचान है.
- मस्जिदो मे ईमाम,मोजजीन ,मस्जिद प्रबधन कमिटी के लोग मिलकर नमाज पढ़े ,मोहल्ले के तमाम लोगो को अपने अपने घर में नमाज पढने की कोशिश करें .
- इसी प्रकार जुमा की नमाज भी संक्षिप खुतवा के साथ पढी जाये .
- ईंसानी तौर पे अल्लाह ताअला से महामारी को दूर करने की दुआ करें ,ज़िक्र ,तौबा ,व अस्तगफार ज़रूर करें
- जो गरीब लोग इस दौरान बेरोजगार हैं आर्थिक तगी से गुजर रहे हैं उनकी मदद के लिये सदका खेरात का इंतेजाम करें