Ram Mandir : अयोध्या में भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) बनकर तैयार है। 22 तारीख को रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा भी होने वाली है। लोगों के मन में एक बात घर कर गई है कि रामलला के भव्य भवन में माता सीता की मूर्ति क्यों नहीं है।
दरअसल, श्री राम के गर्भ गृह में माता सीता की कोई मूर्ति नहीं होगी। इसे लेकर माता सीता की नगरी मिथिला में भी निराशा व्यक्त की जा रही है। लेकिन राम जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से इस संबंध में एक तर्क दिया गया है। ये सवाल आपके मन में भी उठ रहे होंगे तो आइए जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब।
आपको बता दें कि अयोध्या में मुख्य मंदिर के अलावा जन्मभूमि परिसर में 7 और मंदिरों के निर्माण का काम भी चल रहा है। इनमें भगवान के गुरु ब्रह्मर्षि वशिष्ठ, ब्रह्मर्षि विश्वामित्र, महर्षि वाल्मिकी, अगस्त्य मुनि, रामभक्त केवट, निषादराज और माता शबरी के मंदिर शामिल हैं। इन मंदिरों का काम भी 2024 के अंत तक पूरा हो जाएगा।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर परिसर के गर्भगृह में जहां रामलला विराजमान होंगे, वहां माता सीता की कोई मूर्ति नहीं होगी। यहां सिर्फ रामलला की मूर्ति स्थापित की जाएगी।
यहां रामलला की मूर्ति 5 साल के बालक के रूप में स्थापित की जाएगी। अर्थात यह भगवान का ऐसा रूप होगा जिसमें उनका विवाह नहीं हुआ होगा। यही कारण है कि माता सीता की मूर्ति यहां नहीं रहेगी। क्योंकि रामलला यहां बाल रूप में विराजेंगे। जब भगवान राम का विवाह माता सीता से हुआ तब उनकी उम्र 27 वर्ष थी।