Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर का ट्रिपल ट्रेन एक्सीडेंट मामला. कौन भूल सकता है 2 जून का वो दिन जब यह घटना घटित हुई. ओडिशा में घटा यह रेल हादसे सबसे बड़े रेल हादसों में से एक रहा है. सरकारी आकड़ो के मुताबिक अब तक कुल 292 लोगों की मरने की पुष्टि हुई है वही 1200 से ज्यादा लोग घायल भी हुए है. इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है जिसमें एक बड़ा अपडेट आया है.
सीबीआई जांच में आया बड़ा अपडेट: ओडिशा ट्रिपल ट्रेन हादसे की जांच केंद्र सरकार ने सीबीआई को सौंपी थी. जिसके बाद इस केस में एक बड़ा अपडेट आया है शुरुवाती जांच में पता चला कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम की वजह से यह हादसा हुआ है.
वही सीबीआई की टीम ने सिग्नल इंजीनियर के घर पर जाकर घर सील करने की कोशिश करनी चाही तो पता चला कि सिग्नल इंजीनियर आमिर अपने परिवार के साथ लापता था. शुरुवाती जांच में सीबीआई ने सिग्नल इंजीनियर से पूछताछ करी थी.
16 और 19 जून को सीबीआई पहुँची थी बालासोर: इस रेल हादसे की जांच में जुटी CBI की टीम 16 और 19 जून को बालासोर पहुँची थी जहां सिग्नक इंजीनियर के किराए के घर को सील किया गया. ट्रेनों के संचालन में वक्त सिग्नल इंजीनियर का रोल काफी महत्वपूर्ण हो जाता है सिग्नल, ट्रैक सर्किट,पॉइंट मशीन,इंटरलॉकिंग सिस्टम,इन सभी सिस्टम को मेंटेन इंस्टाल करने में जूनियर इंजीनियर की भूमिका काफी अहम होती है. सूत्रों के मुताबिक सीबीआई की 2 सदस्यीय टीम इन इंजीनियर पर नजर रखें हुई थी.