डेस्क : इन दिनो रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर दुनियाभर के शेयर बाजार में काफी नरमी देखी जा रही है। इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम आसमान को छू रहे है। यह जानकारी हम आपको विशेषज्ञों के अनुमान के आधार पर दे रहे हैं।
एक अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध समाप्त नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने की उम्मीद है। तो वही दूसरी ओर भारत में इन दिनों सरसों तेल के दाम सातवें आसमान पर हैं। आपको बता दे की 3 रुपये की बड़ी गिरावट के साथ सरसों तेल अब 165 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।
6 फरवरी को सरसों का तेल 168 रुपये के औसतन भाव पर बंद हुआ था। 5 फरवरी को 160 रुपये प्रति लीटर दर्ज किया गया था। सरसों का तेल अब उच्चतम स्तर से करीब 30-40 रुपये कम मे बिक रहा है। इस तरह सरसों के दाम 4 फरवरी के भाव पर पहुंच गए हैं। शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि सर्दी में सरसों के तेल की खपत अधिक होती है। इसलिए सरसों के तेल के दाम नीचे आने का नाम नहीं ले रहे हैं। जैसे-जैसे सर्दी घटेगी तो सरसों के तेल के रेट भी तेजी से गिरेंगे। तेल तिलहन बाजार में आगामी दिनों में तेल के भाव में अप्रत्याशित गिरावट की संभावना है।
विशेषज्ञों के अनुसार बजट 2022-23 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तेल तिलहन की खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए राहत दी है। जिसका असर कुछ महीनों के बाद देखने को मिल सकता है।