डेस्क : 70 के दशक में जाने-माने एक्टर राज कपूर हिंदी सिनेमा के ‘शो मैन’ के नाम से भी जाने जाते हैं। फिल्म जगत में उन्होंने अपनी एक जबरदस्त छवि बनाई। उनके तीनों बेटों ने भी फिल्मी दुनिया में अपने हाथ आजमाए। उनके बड़े बेटे रणधीर कपूर ने एक शो के दौरान एक भिखारी का उनकी गाड़ी के आकार पर हंसने का एक वाकया शेयर किया। जिसके बाद उन्होंने एक बड़ी कार ली और फिर अपने पिता राज कपूर से मिलने वाली सीख भी चर्चा की।
रणधीर कपूर अपनी बेटी करिश्मा कपूर और करीना कपूर की तरह ही हमेशा चर्चा में बने रहते हैं। वह काफी मीडिया फ्रेंडली है। उन्होंने साल 1971 में फिल्म ‘कल आज और कल’ से बतौर एक्टर क्षेत्र में कदम रखा था। इस फिल्म के डायरेक्टर भी वह खुद ही थे। फिल्म में रणबीर कपूर के पिता राज कपूर और दादा पृथ्वीराज कपूर भी थे। वहीं उनकी पत्नी बबीता ने भी इस फ़िल्म में काम किया था।
कपिल शर्मा शो में रणबीर कपूर ने इस बात का खुलासा किया था, कि वह राज कपूर के बेटे बनकर भले ही जन्मे थे। लेकिन उनकी परवरिश बिल्कुल साधारण तरीके से ही हुई थी। आम लोगों की तरह वह भी बसों और ट्रेनों में सफर करते थे। जब वे एक्टर बन गए तो उन्होंने अपने लिए छोटी सी कार खरीद ली। एक दिन एक भिखारी उनके कार की आकार को देखकर हंसा और बोला कि, तुम इस गाड़ी में जाते हो, फिल्मों में तो लंबी गाड़ी होती है। जिसके बाद रणधीर कपूर ने आहत होकर अपनी पत्नी बबीता से कुछ पैसे मांगे और कुछ निर्माताओं से एडवांस लिया। फिर एक नए मॉडल की कार खरीदी। इसके बाद गाड़ी को अपने पिता राज कपूर को दिखाने ले गए। अपने बेटे की गाड़ी को देखकर तो वे बड़े खुश हुए। हालांकि, उस गाड़ी को अपने लिए लेने से उन्होंने मना कर दिया।
उन्होंने कहा कि, बेटे अभी मैं बस में भी बैठ कर जाऊंगा, तो लोग बोलेंगे राज कपूर बस में बैठा है। इसकी जरूरत तुम्हें है कि गाड़ी को देखकर लोग कहेंगे, उस गाड़ी में रणधीर कपूर जा रहा है।बता दें, शुरुआत रणधीर कपूर ने लेख टंडन के असिस्टेंट के रूप में की थी। उन्होंने बॉलीवुड की कई फिल्मों में काम किया है। उनकी कुछ सफल फिल्में जैसे कि पोंगा पंडित, जवानी दीवानी, हाथ की सफाई और जीत आदि है।