अशोक कुमार ठाकुर, तेघरा ( बेगूसराय) निर्मम हत्या के बाद मृतक का शव मिलने के 20 दिन बाद भी पुलिस द्वारा हत्यारे का पता नहीं लगाने एवं नावकोठी पुलिस की निष्क्रियता एवं विफलता से परेशान माता एवं पिता ने एसपी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाया है. मामला नावकोठी थाना अंतर्गत बिशनपुर गांव की है. यहां के निवासी रामाज्ञा ठाकुर का 13 वर्षीय पुत्र राजू कुमार को अपराधियों ने लपता कर उसकी निर्मम हत्या करके 2 जुलाई को उसकी क्षत-विक्षत शव को बहियार के मक्का में फेंक दिया था।
बेगूसराय एसपी के यहां न्याय की गुहार लगाने पहुंचे परिजनों ने आरोप लगाया कि नाव कोठी थाना हत्यारों को चिन्हित करने एवं हत्यारों के विरुद्ध कोई भी कदम उठाने में विफल साबित हो रही है. उन्होंने बताया कि घटना के बाद बखरी डीएसपी एवं स्वान दास्तां भी पहुंचा था. कुत्ता दौड़ता हुआ एक घर में अपराधियों का संकेत देता है फिर भी इसके इरादे पर भी गौर नहीं किया गया। डीएसपी द्वारा आक्रोशित भीड़ को शांत करने के लिए 5 दिन के अंदर हत्यारे को गिरफ्तार करने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन घटना के 20 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अपराधियों को पकड़ने में नाकाम है।
राष्ट्रीय नाई महासभा के जिलाध्यक्ष प्रोफेसर रविंदर कुमार पप्पू एवं मृतक के पिता रामाज्ञा ठाकुर ने बताया कि थाना अध्यक्ष द्वारा अपराधियों से सांठ – गांठ कर मामलों को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है.उन्होंने बताया कि स्वान दासता का खुलासा एवं डीएसपी के आश्वासन के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं होना एवं मृतक के परिवार को बराबर धमकी दिया जाना इस बात का प्रतीत होता है कि न्याय अब गरीबों की बस की बाहर की बात है। अब बिहार में विकास के साथ न्याय का दावा अब केवल ढकोसला व नारों में ही सिमटता नजर आ रहा है अब लाचार गरीबों का न्याय ऊपर वालों के हाथ। पीड़ित परिवार के साथ महासभा के जिला सचिव प्रभु प्रताप ठाकुर, कोषाध्यक्ष टुन टुन ठाकुर, उपाध्यक्ष बैजनाथ ठाकुर के अलावे दर्जनों लोग शामिल थे।