Basmati Rice Exports Ban : भारत दुनिया भर में चावल एक्सपोर्ट करने के लिए जाना जाता है। आंकड़ों पर नजर डालें तो पूरे दुनिया में चावल एक्सपोर्ट के 40 फीसदी हिस्सो पर भारत राज करता है। इसी बीच भारत की ओर से कुछ स्पेशल बासमती चावल के एक्सपोर्ट को बैन कर दिया गया है।
प्रीमियम बासमती चावल की आड़ में सफेद गैर-बासमती चावल के संभावित निर्यात की ‘धांधली’ को रोकने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। रविवार को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने इस संबंध में बयान जारी कर विस्तृत जानकारी दी।
नहीं किया जाएगा इस बासमती चावल का निर्यात
मंत्रालय ने रविवार को अधिसूचना जारी कर कहा कि अब देश से 1200 डॉलर प्रति टन से कम कीमत वाला बासमती चावल निर्यात नहीं किया जाएगा और न ही मंत्रालय की ओर से कोई अनुमति दी जाएगी। भविष्य में एपीडा के चेयरमैन ऐसे निर्यात सौदों की जांच के लिए एक समिति गठित करेंगे, जो इन सौदों का आकलन करने के बाद ही निर्यात की अनुमति देगी।
इस साल बेमौसम बारिश, बाढ़ और अल-नीनो ने देश में धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। इसलिए सरकार की ओर से घरेलू बाजार में चावल की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं।
इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने पिछले महीने गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन ‘धांधली’ की आशंका को देखते हुए सरकार ने अब चुनिंदा बासमती चावल के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।
दुनिया को सता सकता है इस बात का डर
पिछले महीने जब भारत ने गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया तो अमेरिका के कई इलाकों में चावल की कालाबाजारी के वीडियो सामने आए। खुदरा दुकानों के बाहर लंबी लाइनें देखी गईं, जबकि एक परिवार को 9 किलो चावल की सीमित आपूर्ति का नियम भी कई दुकानों द्वारा बनाया गया था।
वहीं, दुबई और खाड़ी देशों में चावल के निर्यात और पुनः निर्यात पर प्रतिबंध की खबरें भी आईं। ऐसे में इस तरह के प्रतिबंध का बाजार में बासमती चावल के निर्यात पर क्या असर होगा, ये अभी सामने नहीं आया है।