Onion Price : देश में इस समय प्याज की कीमतें बढ़ती हुई देखकर आम आदमी परेशान हो रहा है लेकिन हाल ही में सरकार ने बयान दिया है कि प्याज का निर्यात का न्यूनतम मूल्य तय करने के बाद हम महाराष्ट्र में प्याज की कीमत पिछले सप्ताह के मुकाबले 5 से 9% तक काम हो गई हैं। प्याज की बढ़ती कीमतों से परेशान हुई जनता को राहत दिलाने और घरेलू बाजार में इसकी उपलब्धता बनाए रखने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर तत्काल प्रभाव से निर्णय लिया गया है।
औसत कीमत
सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्याज की कीमत अपने उच्चतम स्तर पर बनी रही और औसत कीमत देखा जाए तो यह ₹78 प्रति किलो थी। हाल ही में उपभोक्ता मामलों के विभाग द्वारा आंकड़े जारी किए गए हैं जिसके अनुसार प्याज के अखिल भारतीय औसत कीमत 50.35 रुपये प्रति किलो थी.
जबकि अधिकतम कीमत 83 रुपये प्रति किलो तो मॉडल कीमत 60 रुपये प्रति किलो थी। न्यूनतम कीमत 17 रुपए प्रति किलो थी लेकिन फिर भी स्थानीय विक्रेता ₹80 प्रति किलो प्याज बेच रहे हैं। लेकिन ई-कॉमर्स प्लेटफार्म बिगबास्केट और ओटीपी पर प्याज की कीमत ₹75 प्रति किलो है।
न्यूनतम निर्यात मूल्य
केंद्र सरकार ने शनिवार को घरेलू बाजार में प्याज की उपलब्धता बढ़ाने के लिए 31 दिसंबर तक प्याज निर्यात पर 800 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) तय किया था। इस हिसाब से इसकी कीमत 67 रुपये प्रति किलो बैठती है।
यह एमईपी बैंगलोर रोज और कृष्णापुरम प्याज को छोड़कर प्याज की सभी किस्मों के लिए है। इसके अलावा हाल ही में सरकार ने बफर स्टॉक के लिए अतिरिक्त 2 लाख टन ब्याज खरीदने की बात कही है। यह संख्या पहलर से खरीदे गए 5 लाख टन प्याज से अतिरिक्त है।
बफर स्टॉक
अगस्त के मध्य से बफर स्टॉक के द्वारा देश के प्रमुख उपभोग केंद्रों पर लगातार निपटान किया जा रहा है। NCCF और नेफेड द्वारा मोबाइल वैन के जरिए खुदरा उपभोक्ताओं को ₹25 प्रति किलो प्याज बेचा जा रहा है। पिछले सप्ताह मंत्रालय के वरिष्ठ मंत्री ने बयान दिया था कि खरीफ की फसल की बुवाई में देरी होने के कारण खेती का रकबा कम हुआ है और फसल आने में भी देरी हुई है। अब तक खरीफ की नई फसल मार्केट में आ जानी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।