RO : दुनिया में हजारों लोग हैं जो रोज घूमने पीने के लिए जाते हैं और होटल में रुकने वाले लोग हर रोज RO का पानी पीते हैं। साफ पानी पीने से लोग बीमारियों से दूर रहते हैं, इसलिए लोग Bisleri, Kinley और Aquafina जैसे ब्रांड का पानी पीते है।
इन सभी में फिल्टर वाटर होता है जो RO से ही फिल्टर किया जाता है। कई लोग फिल्टर पानी अपने घर पर भी मंगाते हैं और उसे पीने के काम में लेते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि RO का क्या काम होता है और यह किस तरह से काम करता है?
RO यानी रिवर्स ऑस्मोसिस एक वाटर प्यूरीफिकेशन प्रोसेस है जो पीने के पानी से अनवांटेड मॉलिक्यूल्स और लार्ज पार्टिकल्स जैसे खराब पदार्थ क्लोरीन नमक और बाकी गंदगी जैसे तत्वों को बाहर निकलते हैं।
इन सब को साफ करने के लिए आरो में सेमीपरमिएबल मेम्ब्रेन का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा RO पानी में पाए जाने वाले माइक्रोऑर्गेनाइज्म यानी सूक्ष्म कीटाणुओं को भी नष्ट करता है। इस प्रक्रिया से पानी मॉलेक्युलर प्रक्रिया तक साफ हो जाता है। इसके बाद पानी में केवल साफ H2ओ बचता है।
RO कैसे करता है काम?
आपको बता दें कि रिवर्स ऑस्मोसिस की प्रक्रिया में हाई प्रेशर वाले पम्प से RO के साल्ट वाले साइड में प्रेशर बढ़ाया जाता है। सेमीपरमिएबल RO मेम्ब्रेन में फोर्स के साथ पास किया जाा है। इसके बाद इसमें 95 से 99 फीसदी तक डिसॉल्वड सॉल्ट रिजेक्ट स्ट्रीम में रह जाता है।
क्या है RO के फायदे
- RO में जो प्रक्रिया होती है वो रिवर्स ऑस्मोसिस कहलती है और इसमें पानी में मौजूद कई प्रकार के बैक्टीरिया, रासायनिक तत्व और जैविक एनटाईटीज को दूर करने के लिए की जाती है।
- इस प्रक्रिया का इस्तेमाल बड़े स्तर पर लिक्विड वेस्ट या डिस्चार्ज को सही और साफ करने के लिए किया जाता है।
- इसका उपयोग बीमारियों को रोकने के लिए पानी को शुद्ध करने में किया जाता है।
- यह चिकित्सा क्षेत्र में लाभकारी है।