बेगूसराय । रविवार का दिन जिले के लिए हादसों भरा रहा । जिले में अलग-अलग इलाकों में हुई दुर्घटनाओं में आठ लोगों की डूबने से मौत हो गई । सबसे बड़ा हादसा गढपुरा थाना इलाके के हरखपुरा और चौर की है जहां घोंघा चुनने के दौरान एक महिला समेत चार लोगों की की डूबने से मौत हो गई ।
दूसरा हादसा भगवानपुर थाना क्षेत्र के देल्ही मोजादपुर में हुआ जहां बलान नदी में ही डूबकर तीन की मौत हो गई जबकि एक की हालत गंभीर बनी हुई है । ये हादसा स्नान करने के दौरान हुआ । मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची जिसके बाद तीन शवों को निकाला गया ।
तीसरा हादसा भी जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के दामोदरपुर में हुआ जहां बालन नदी में डूबकर एक युवक की मौत हो गई. ये हादसा भी स्नान करने के दौरान ही हुआ ।
सबसे बड़ा हादसा गढपुरा थाना क्षेत्र के कोरैय पंचायत अंतर्गत हरपुर गांव में चौर में चार लोगों की डूबने से हुई वहीं एक की हालत गंभीर बताया गया है जिसे इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती कराया
जहां मृतक के परिवार के ऊपर आफत का पहाड़ टूट गया।
पांच संतान में तीन संतान की मौत वही पत्नी जिंदगी और मौत से अस्पताल में जूझ रही है. जिसके बाद परिजनों की हालत सभी लोगों का रो रो कर बुरा हाल है । बताया गया कि मृतकों में सोनी देवी की शादी 3 वर्ष पूर्व भी हुई थी जिसका 1 साल का छोटा लड़का है जिसके परिवार में भी पति व सास-ससुर की हालत चिंताजनक बनी हुई है । मौत की खबर सुनकर लोगों में कौतूहल सा माहौल बन गया। दिनेश दास मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था जिसका सब कुछ लुट चुका है ।
रविवार की दोपहर एक बजे के करीब घोंघा चुनने के लिए कोरैय पंचायत अंतर्गत हरखपुरा निवासी दिनेश दास की पत्नी लाल मुनी देवी अपनी बड़ी पुत्री 26 वर्षीय सोनी देवी, 14 वर्षीय पुत्री सुलेखा कुमारी एवं 13 वर्षीय पुत्र सुमित कुमार के अलावे परोसी संजीत दास की 12 वर्षीय पुत्री खुशबू कुमारी के साथ गांव से पूरब बिहार स्थित सहारा चोर में घोंघा चुने को ले गई थी इस दौरान चौर में अत्यधिक पानी में सुमित को डूबते देख सभी लोग उसे बचाने के प्रयास में जुट गए लेकिन किसी को भी पानी के अंदर गहराई का अंदाजा नहीं था ,जिस दौरान सभी लोग गहरे पानी में डूबने लगे।
काफी देर तक पानी में से निकलने का प्रयास किया लेकिन निकलने में कोई भी सफल नहीं हुआ । चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर जबआसपास के लोग उक्त बिहार तक पहुंचे तो गहरे पानी मे तैरकर लाल मुनी देवी को निकाला जो अन्य बच्चों की डूबने की बात कह कर बेहोश हो गई जिसके बाद सभी लोग गहरे पानी में से दिनेश दास की बड़ी पुत्री सोनी देवी, सुलेखा कुमारी एवं पुत्र सुमित कुमार तथा सुजीत दास की पुत्री खुशबू कुमारी काफी देर तक पानी के गहराई में चले जाने के दौरान कुछ पता नहीं लग पा रहा था जिसकी खोजबीन करने लगे ।
गांव वालों के पहुंचने के बाद जब उक्त चारों की खोज भी की गई तो काफी देर बाद चारों की लाश पानी से निकाला गया जिसकी मौत हो चुकी थी । एक साथ एक ही परिवार में चार चार लोगों की डूबने से हुई मौत की खबर सुन आसपास के गांव के लोगों के बीच यह खबर आग की तरह फैली जहां लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा ।
बेहोशी की हालत में दिनेश दास की पत्नी लाल मुनी देवी को पीएचडी गढपुरा में इलाज हेतु भर्ती कराया गया। मुखिया शंभू झा के द्वारा चारों ही मृतक के परिजनों को कबीर अंत्येष्टि योजना अंतर्गत दी जाने वाली तीन तीन हजार रुपए प्रदान किया गया वहीं पीड़ित परिवार को आपदा राहत कोष से दी जाने वाली सहायता राशि जल्द से जल्द दिए जाने का आश्वासन अंचलाधिकारी ने पीड़ित के परिजनों को दिया ।
घटना की सूचना पाकर थाना अध्यक्ष प्रतोष कुमार, अंचल अधिकारी प्रेम कुमार शर्मा, प्रखंड विकास पदाधिकारी संजीव कुमार ,मुखिया शंभू झा, पंचायत समिति सदस्य विपीन कुमार सिंह के अलावे सैकड़ों की संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंचकर मृतक के परिजनों को हिम्मत बढ़ाया वहीं घटनास्थल पर पहुंची थाना पुलिस के द्वारा मृतक चारों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा ।