Inflation Relief : देश में इन दिनों महंगाई चरम सीमा पर पहुंच चुका है. ऐसे में आम लोगों के लिए एक अच्छी खबर निकल कर सामने आई है. आपको बता दे की मई महीने के कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स यानी CPI के नए आंकड़े जारी हो गए हैं. इसके साथ ही भारत में खुदरा महंगाई दर सालाना आधार पर 25 महीने के निचले स्तर 4.25% पर आ गई है.जबकि, अप्रैल माह में यह 4.70% थी. ये आंकड़े से न सिर्फ आम लोगों के लिए, बल्कि सरकार और RBI के लिए भी राहत लेकर आए हैं. इससे साफ पता चलता है कि महंगाई पर नियंत्रण को लेकर रिजर्व बैंक की कोशिशें कामयाब हुई है. वही, खाद्य मुद्रास्फीति भी अप्रैल महीने के 3.84 प्रतिशत से घटकर मई में 2.91 प्रतिशत पर आ गई।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मई 2022 में खुदरा मुद्रास्फीति 7.04 प्रतिशत के उच्च स्तर पर थी, जबकि इस अवधि के दौरान खाद्य मुद्रास्फीति 7.97 प्रतिशत थी। यह लगातार तीसरा महीना है जब सीपीआई आधारित मुद्रास्फीति आरबीआई के टारगेट से नीचे रही है, जो 2 प्रतिशत से 6 प्रतिशत के बीच है। अप्रैल की तुलना में मई में अनाज, तेल और वसा, फल, पेय पदार्थों के साथ-साथ कपड़े और जूते की कीमतों में गिरावट आई है।