Petrol price: भारत में पिछले 1 साल से अधिक समय हो चुका है लेकिन अभी तक पेट्रोल और डीजल (Petrol -Diesel Price)की कीमतों में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. वहीं अब शुक्रवार को पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि, वैश्विक ऊर्जा बाजार में लगातार अस्थिरता को देखते हुए भारत ने पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की किफायती कीमत को बरकरार रखा है. क्योंकि पड़ोसी देशों और कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को देखते हुए पिछले 2 साल से पेट्रोल और डीजल की कीमत को बढ़ाया गया है.
भारत चले 1 साल से रूस से खरीदना कच्चा तेल
मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत रूस से पिछले 1 सालों से अधिक समय हो चुका है वहां से सस्ती कीमत पर कच्चा तेल खरीद रहा है. यही वजह है कि अब भारत में पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की कीमतें घटी नहीं है. लेकिन शुरुआत में तो अच्छी छूट पर तेल मिल जा रहे थे, लेकिन अब कीमतों में बढ़ोतरी होने की वजह से इतना झूठ नहीं मिल पा रहा है, जिसकी वजह से लोगों को अधिक कीमत में तेल खरीदना पड़ रहा है.
BJP शासित राज्यों में कीमत में कटौती ?
केंद्रीय मंत्री पुरी ने मीडिया से चर्चा करते हुए विपक्षी पार्टियों को गिरते हुए कहा कि लगातार विपक्ष की ओर से पेट्रोल की कीमत को लेकर सरकार को घेर रहे हैं. लेकिन आज के समय में पेट्रोल और डीजल की कीमत बीजेपी शासित राज्य में विपक्ष शासित राज्यों की तुलना में कम है. लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी द्वारा शासित राज्यों में पेट्रोलियम पर वैट कम कर दिया गया है जिसकी वजह से कीमतों में गिरावट देखने को मिलेगी.
2 सालों से कई राज्यों में पेट्रोल की कीमत में इजाफा
मंत्री ने बताया कि जून 2021 और 2023 तक भारत में पेट्रोल की कीमतों पर 2.36 फ़ीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है. जबकि नेपाल पाकिस्तान श्रीलंका और बांग्लादेश में 50.83 फ़ीसदी, 79.61 फीसदी, 30.11 फीसदी, 42.39 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इसके अलावा कनाडा, फ्रांस, इटली, जर्मनी, स्पेन और ब्रिटेन में 22.67 फीसदी, 14.68 फीसदी, 24.17 फीसदी, 17 फीसदी और 19.08 फीसदी दर्ज की गई है.