Double-Decker Buses : मुंबई जैसे बड़े शहरों में डबल-डेकर बसें अधिक भीड़ भाड़ वाली जगहों से लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने के लिए चलाई गई थी. हालांकि, मुंबई ही एक ऐसा शहर नहीं था जहां पर डबल डेकर बस की सुविधा शुरू की गई थी क्योंकि और कई बड़े शहर थे. जहां लोगों के सुविधा के लिए इन्हें शुरू किया गया था. लेकिन एक समय आया जब मुंबई छोड़ बाकी सभी शहरों में इन डबल-डेकर बसों को बंद करना पड़ गया.
फिर से सड़कों पर दौड़ लगा रही डबल डेकर बसें
दरअसल, आज के समय में दोबारा से इन डबल-डेकर बसों को कई शहरों की सड़कों पर दौड़ने के लिए उतारा जा रहा है. हालांकि, अब इन्हें इलेक्ट्रिक अवतार के साथ सड़कों पर लोगों की सुविधा के लिए उतारा जा रहा है. वहीं अब सड़कों पर इन्हें शुरू करने के लिए सरकार भी आर्थिक तौर पर मदद कर रही है ताकि लोगों को सुविधा मिल सके और कम समय में कम खर्चे में अधिक से अधिक दूरी तय कर सके.
हैदराबाद की सड़कों पर दौड़ेंगी और 25 बसें
हैदराबाद नगर विकास प्राधिकरण (HMDA) के मेट्रोपोलिटन कमिश्नर ने इस बात को लेकर जानकारी दी है कि, जिस तरह डबल-डेकर बस को तमाम बड़े शहरों में शुरू किया गया है और साथ में हैदराबाद में चल रहे इस सर्विस को बढ़ावा देने के लिए लोगों की सुविधा के अनुसार 25 डबल-डेकर बसें और शुरू करने की योजना बनाई गई है. जिसके लिए आर्डर भी दे दिया गया है.
1960 में मुंबई की सड़कों पर उतरी 900 बसें
बता दें कि, मुंबई देश का पहले ऐसा शहर बना जहां पर इन डबल-डेकर बस को शुरू किया गया. हालांकि उसे दौरान भी इन्हें इतनी शानदार तरीके से 1937 में पेश की गई लंदन मॉडल के आधार पर तैयार किया गया था. ताकि कम खर्चे में अधिक से अधिक लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचा जा सके. यही वजह थी 1960 में 900 बसों को सड़को पर उतारा गया जो आज भी सड़को पर चल रही है.