World’s Second Biggest Railway Accident : बुधवार को दिल्ली के आनंद विहार से असम के कामाख्या जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन बिहार के बक्सर आरा के बीच रघुनाथपुर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस भीषण ट्रेन हादसे में चार लोगों की मौत और 100 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। ट्रेन हादसे (Train Accident) ने एक बार फिर लोगों को झकझोर कर रख दिया है।
बिहार के लिए करीब 42 साल पहले काला दिन था, जब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल हादसा बिहार में ही हुआ था। इस रेल हादसे में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। आइए जानते हैं इस रेल हादसे के बारे में, जिसे याद कर आज भी लोगों की रूह कांप जाती है।
बिहार के लिए यह है काला दिन
देश ही नहीं बल्कि दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल हादसा (बिहार ट्रेन हादसा) भी बिहार में हुआ। 42 साल चार माह पहले 6 जून 1981 को देश का सबसे बड़ा रेल हादसा सहरसा-मानसी रेलखंड के धमारा घाट के पुल संख्या 51 पर हुआ था। नौ में से सात बक्से नदी में गिर गये थे। अब आप अनुमान लगा सकते हैं कि उस वक्त यात्रियों के परिवार पर क्या बीत रही होगी।
सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक इस हादसे में करीब 300 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन स्थानीय लोगों के मुताबिक 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। उसे हादसे को याद कर लोग आज भी डरते हैं। अब बुधवार को हुए इस हादसे के बाद लोग और भी दर गए हैं।
इस ट्रेन में बिहार, बंगाल और असम समेत कई राज्यों के यात्री अपने गंतव्य तक जा रहे थे। सरकार की ओर से लगातार खोज खबर ली जा रही है। मृतक और घायल यात्रियों के लिए मुआवजा का ऐलान भी कर दिया गया है।