जयपुर/बेगूसराय – सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा 2025 में इस बार भी शिरोमणि इंस्टीट्यूट के छात्रों ने सफलता का परचम लहराया। अथक परिश्रम एवं निष्ठापूर्ण अध्ययन से यहवी तोमर, आर्यमन सिंह और गुरुआर्यन सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा में सफलता प्राप्त की। इन छात्रों की सफलता को लेकर पूरे इंस्टीट्यूट में खुशी का माहौल है।
जानकारी के अनुसार, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा घोषित सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा 2025 के नतीजों में शिरोमणि इंस्टीट्यूट के तीन छात्रों ने देशभर में शानदार प्रदर्शन कर संस्थान का नाम रोशन किया है। जिसमें यहवी तोमर (राजस्थान), आर्यमन सिंह (पश्चिम बंगाल) और गुरुआर्यन (कर्नाटक) ने ऑल इंडिया टॉप रैंक हासिल करते हुए यह साबित कर दिया कि समर्पण, अनुशासन और सही मार्गदर्शन से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।
यहवी तोमर – ऑल इंडिया रैंक 33 | राजस्थान टॉपर
- गणित: 200 में से 192
- इंटेलिजेंस: 50 में से 50
- अंग्रेज़ी: 50 में से 46
- जनरल साइंस: 50 में से 44
- सामाजिक विज्ञान: 50 में से 46
- कुल अंक: लगभग 378 / 400
राजस्थान की यहवी तोमर ने देशभर में AIR 33 और राज्य में प्रथम स्थान हासिल किया। उनकी सफलता पर उनके माता-पिता ने कहा, “यह हमारे जीवन का सबसे गर्व भरा दिन है।”
आर्यमन सिंह – ऑल इंडिया रैंक 397 | पश्चिम बंगाल में तीसरा स्थान
भाषा: 50 में से 44
गणित: 150 में से 141
इंटेलिजेंस: 50 में से 48
सामान्य ज्ञान: 50 में से 50
कुल अंक: 283 / 300
आर्यमन सिंह ने पूरे आत्मविश्वास और संतुलित तैयारी के साथ पश्चिम बंगाल में तीसरा स्थान और देश में 397वीं रैंक हासिल की।
गुरुआर्यन – ऑल इंडिया रैंक 435 | कर्नाटक के टॉपरों में शामिल
- भाषा: 50 में से 40
- गणित: 150 में से 144
- इंटेलिजेंस: 50 में से 50
- सामान्य ज्ञान: 50 में से 48
- कुल अंक: 282 / 300
कर्नाटक के छात्र गुरुआर्यन ने AIR 435 अर्जित किया। गणित और इंटेलिजेंस में लगभग पूर्णांक प्राप्त कर उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
शिरोमणि इंस्टीट्यूट के निदेशक ने कहा:
“यहवी, आर्यमन और गुरुआर्यन ने पूरे भारत में हमारा नाम रोशन किया है। यह केवल छात्रों की नहीं, पूरे शिरोमणि परिवार की जीत है। हम इन तीनों को दिल से बधाई देते हैं।”
शिरोमणि इंस्टीट्यूट के निदेशक ने कहा कि इस इंस्टीट्यूट में पढ़ने वाले कई छात्रों ने सफलता पाई है। जिसमे कई छात्र टॉपर भी रहे है। इस शिक्षण संस्थान में सैनिक, नवोदय की परीक्षा में कई छात्र पहले भी बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सफलता पाई है। निदेशक ने कहा कि इंस्टीट्यूट के शैक्षणिक माहौल में बेहतर शिक्षकों द्वारा इसकी तैयारी कराई जाती है। उन्होंने विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत कर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।