Rajesh Raj DD Father

राजेश राज के पिताजी की श्रद्धांजलि में लगा नामचीन हस्तियों का जमावड़ा

मंझौल, बेगूसराय: वरिष्ठ पत्रकार और जयमंगला काबर फाउंडेशन के अध्यक्ष राजेश राज के पिताजी डॉ. विजय कुमार यादव के निधन के बाद मंझौल में आयोजित श्रद्धांजलि सभा एक भावनात्मक और ऐतिहासिक क्षण बन गई, जब राजनीति, प्रशासन और सामाजिक क्षेत्र की तमाम नामचीन हस्तियां एक मंच पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचीं।

राजनीति की सीमाएं टूटीं, श्रद्धांजलि में दिखा एकजुटता का उदाहरण

इस अवसर पर भारत सरकार के कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह, बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय लोक मोर्चा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा, राजद नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव जैसे दिग्गज नेताओं ने राजेश राज के आवास पहुंचकर डॉ. विजय कुमार के तैलचित्र पर माल्यार्पण किया और गहरी संवेदना व्यक्त की।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और मंत्री श्रवण कुमार ने कहा,

“राजेश राज से हमारे व्यक्तिगत और आत्मीय संबंध रहे हैं। उनके पिताजी एक प्रेरणास्रोत और सामाजिक आदर्श थे, उनकी यादें हमेशा हमारे साथ रहेंगी।”

प्रशासनिक और सामाजिक क्षेत्र से भी भारी उपस्थिति

इस मौके पर बेगूसराय के डीआईजी आशीष भारती, विधायक कुंदन सिंह, साहेबपुर कमाल विधायक ललन यादव, राजद विधायक राम विष्णु सिंह (लोहिया जी) सहित कई विधायक, पूर्व मेयर, उद्योगपति और पत्रकार मौजूद रहे।

पूर्व मेयर उपेंद्र प्रसाद सिंह, संजय कुमार, समाजसेवी, डॉक्टर, पत्रकारगण और जिले भर से सैकड़ों गणमान्य नागरिक श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए।

राजनीतिक विविधता के बावजूद साझा शोक

इस सभा में बीजेपी, जेडीयू, आरजेडी, सीपीएम सहित लगभग हर राजनीतिक दल के नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिसमें शामिल थे:

  • पूर्व एमएलसी रजनीश कुमार (भाजपा)
  • भूमिपाल राय (जदयू)
  • रुदल राय (जदयू जिलाध्यक्ष)
  • सुषमा साहू (राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व सदस्य)
  • मंजू वर्मा (पूर्व समाज कल्याण मंत्री)
  • पिंकी देवी (मेयर, बेगूसराय)
  • संतोष रंजन राय, मनीष चौधरी (भाजपा)
  • अन्य कई सम्मानित जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता

इस श्रद्धांजलि सभा ने राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार कर एकजुटता और मानवीय संवेदना का अद्भुत उदाहरण पेश किया।

एक सामाजिक व्यक्तित्व को अंतिम विदाई

गौरतलब है कि डॉ. विजय कुमार यादव न सिर्फ एक आदर्श पिता, बल्कि क्षेत्र में एक सम्मानित सामाजिक व्यक्ति के तौर पर भी पहचाने जाते थे। उनका निधन 26 अप्रैल को दिल्ली के एम्स अस्पताल में हुआ था