Saturday, July 27, 2024
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भारत में PhonePe का जलवा बरकरार- इसके आगे GooglePay और Paytm हुए फेल, जानें –

PhonePe : आज के समय में ऑनलाइन पेमेंट हर कोई करने लगा है। यह कई मायनों में फायदेमंद है। ऑनलाइन पेमेंट के आने के बाद लोगों ने कैश रखना बंद कर दिया है, जिससे चोरी और लूटपाट जैसे मामलों में कमी आई है।

नेट बैंकिंग क्षेत्र में कई कंपनियां काम कर रही है। इसमें फोनपे ने अपना दबदबा सबसे अधिक बनाया है। हाल ही में आए एक रिपोर्ट के मुताबिक फोनपे का इस्तेमाल वित्तीय लेनदेन के लिए सबसे अधिक किया जाता है। आइए नेट बैंकिंग से जुड़े कई चीजों को विस्तार से जानते हैं।

फोनपे का स्थान सबसे उपर

रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई में कुल ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में PhonePe की हिस्सेदारी करीब 47 फीसदी रही है। वहीं 35 फीसदी के बाद Google Pay का नंबर आता है। तीसरे नंबर पर समान 13 फीसदी वैल्यू ट्रांजैक्शन के साथ Paytm का नंबर आता है। इन सभी कंपनियों के लाखों यूजर्स हैं। शहरी क्षेत्रों के अलावा, PhonePe का उपयोग ग्रामीण क्षेत्रों में भी व्यापक रूप से किया जाता है।

यूपीआई से भुगतान करने वालों की संख्या

जुलाई में 9.96 अरब यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी यूपीआई ट्रांजेक्शन हुए हैं। इस महीने कुल लेनदेन 15.34 लाख करोड़ रुपये रहा। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) की रिपोर्ट के मुताबिक, जून महीने में यूपीआई ट्रांजेक्शन 9.34 अरब रहा, जो पिछले महीने जुलाई में 9.34 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया था। इस दौरान 14.75 करोड़ वॉल्यूम ट्रांजेक्शन हुए हैं।

यूपीआई न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी लोकप्रिय हो रहा है। हाल ही में भारत के बाहर फ्रांस और श्रीलंका में भी UPI पेमेंट सिस्टम शुरू हुआ है। इससे पहले यूपीआई पेमेंट की शुरुआत साल 2021 में सिंगापुर में हुई थी। इसके साथ ही यूएई, भूटान और नेपाल ने भी भारतीय यूपीआई सिस्टम को स्वीकार कर लिया है।

Nitesh Kumar Jha

नितेश कुमार झा पिछले 2.5 साल से thebegusarai.in से बतौर Editor के रूप में जुड़े हैं। इन्हें भारतीय राजनीति समेत एंटरटेनमेंट और बिजनेस से जुड़ी खबरों को लिखने में काफी दिलचस्पी है। इससे पहले वह असम से प्रकाशित अखबार दैनिक पूर्वोदय समेत कई मीडिया संस्थानों में काम किया। उनके लेख प्रभात खबर, दैनिक पूर्वोदय, पूर्वांचल प्रहरी और जनसत्ता जैसे अखबारों में भी प्रकाशित हो चुके हैं। अभी नीतेश दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से MA मास मीडिया कर रहे हैं।