Snake Ear : आखिर सांप का कान कहां पर होता है? आज जान लीजिए कैसे सुनता है ?

Snake Ears : सावन का पवित्र महीना चल रहा है और शिवजी की पूजा में लोग काफी खोए हुए हैं। लेकिन शिवजी के गले में विराजमान नाग के बारे में भी सावन में काफी बातें होती रहती हैं। आपने आज तक सांपों के प्रकार या सांप के जहर के बारे में बातें सुनी होगी। या फिर आपने जहरीले सांपों के प्रकार या सबसे जहरीले सांप की बात की होगी।

कुछ ऐसे विशेषज्ञ भी है जो साँपो के बारे में बहुत सी बातें जानते हैं। लेकिन सांप से जुड़े कुछ ऐसे तथ्य भी है जिनके बारे में आज तक आप लोगों को पता नहीं होगा। आपने शाम को असल जिंदगी में या तस्वीरों में जरूर देखा होगा लेकिन क्या आपने सोचा है कि इसे आप सुनते कैसे हैं?

आपने शाम के कई प्रकार देखे होंगे या कई बार शाम को देखा होगा लेकिन आपने कभी उनके कान नहीं देखे होंगे। तो फिर सवाल खड़ा होता है कि कान ना होने के बाद सांप सुनते कैसे हैं? लेकिन आज इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि आखिर सांप के सुनने का तरीका क्या है?

सांप के होते है कान?

इंसान या अन्य किसी जानवर की तरह साँपो के बाहरी कान नहीं होते है लेकिन फिर भी वह धीमी सी आहट को भी सुन लेते है। एक रिपोर्ट के अनुसार यह बताया गया है कि सांपों के आंतरिक कान होते हैं जिसकी वजह से उन्हें सब सुनाई देता है। इसलिए यह कहना गलत है कि सांप बहरे होते हैं। इसका मतलब सांप अच्छी तरह से सब सुन सकते है।

कैसे काम करते है कान?

इंसानों के कानों में कोई भी ध्वनि आती है और वह ईयर ड्रम से टकराती है जिसके बाद कानों की कोशिकाओं में कंपन होता है। ये वाइब्रेशन नर्व इंपल्स में बदल जाती है और दिमाग तक पहुँचती है। इसी तरह सांप के भी आंतरिक कान होते है लेकिन उनके ईयर ड्रम नहीं होते है। इनके कानों में एक हड्डी होती है जो जबडे से जुड़ी रहती है और ये हड्डी आंतरिक कान की नली से जुड़ती है। सांप त्वचा से आवाज महसूस करते है और ये आवाज उनके दिमाग तक पहुँचती है।