Namo Bharat Train

Namo Bharat Train : महज 2 घंटे में बरौनी से पटना, कहां-कहां नमो भारत रैपिड ट्रेन का स्टॉपेज? देखें टाइम-टेबल

Namo Bharat Train : बिहारवासियों के लिए भारतीय रेलवे एक बड़ी सौगात लेकर आ रही है। बता दे की PM मोदी 24 अप्रैल को बिहार की पहली “नमो भारत रैपिड ट्रेन” को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह आधुनिक रैपिड ट्रेन जयनगर से पटना के बीच चलाई जाएगी, जिससे उत्तर बिहार के लाखों यात्रियों को तेज, सुविधाजनक और आरामदायक सफर का मजा मिल सकेगा।

रेलवे के सूत्रों के अनुसार, यह ट्रेन पूरी तरह एसी चेयरकार कोचों से युक्त होगी और जयनगर से पटना की दूरी को महज साढ़े पांच घंटे में तय करेगी। यह ट्रेन कई प्रमुख स्टेशनों—मधुबनी, सकरी, दरभंगा, समस्तीपुर, बरौनी और मोकामा—से होकर गुज़रेगी।

ट्रेन का संचालन और समय-सारणी:

  • जयनगर से प्रस्थान: सुबह 5:00 बजे
  • मधुबनी: 5:30 बजे
  • सकरी: 5:45 बजे
  • दरभंगा: 6:15 बजे
  • समस्तीपुर: 7:25 बजे
  • बरौनी: 8:45 बजे
  • मोकामा: 9:24 बजे
  • पटना आगमन: सुबह 10:30 बजे

वापसी की समय-सारणी:

  • पटना से प्रस्थान: शाम 6:05 बजे
  • मोकामा: 6:58 बजे
  • बरौनी: 8:00 बजे
  • समस्तीपुर: 9:00 बजे
  • दरभंगा: 10:08 बजे
  • सकरी: 10:38 बजे
  • मधुबनी: 11:00 बजे
  • जयनगर आगमन: रात 11:45 बजे

रेलवे की ओर से नमो भारत रैपिड ट्रेन को लेकर सभी तैयारियां अंतिम चरण में हैं। हालांकि, अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि ट्रेन में कुल कितने डिब्बे होंगे। लोगों का मानना है कि नमो भारत रैपिड ट्रेन के शुरू होने से जयनगर-पटना रूट पर चलने वाली अन्य ट्रेनों की भीड़ में कमी आएगी। चूंकि यह ट्रेन पूरी तरह एसी चेयरकार सुविधा से लैस होगी, इसलिए मध्यम वर्गीय यात्रियों के बीच इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ने की संभावना है।

नमो भारत रैपिड ट्रेन की मुख्य सुविधाएँ:

  1. पूरी तरह एयर-कंडीशन्ड चेयर कार:
    • सभी कोच एसी होते हैं।
  2. स्वचालित दरवाजे (ऑटोमैटिक डोर सिस्टम):
    • वंदे भारत ट्रेन की तरह स्टेशन आने पर ही दरवाज़े खुलते हैं।
    • सुरक्षा के लिहाज़ से यह सुविधा काफी अहम है।
  3. पैसेंजर इंफॉर्मेशन सिस्टम (PIS):
    • डिजिटल डिस्प्ले
  4. चार्जिंग पॉइंट और यूएसबी पोर्ट:
    • हर सीट के पास मोबाइल/लैपटॉप चार्जिंग के लिए सॉकेट।
  5. सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे:
    • हर कोच में सुरक्षा के लिए कैमरे लगे होते हैं।
  6. बायो-वैक्यूम टॉयलेट्स:
    • एयरप्लेन जैसी आधुनिक और साफ-सुथरी शौचालय प्रणाली।
  7. महिलाओं और दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष सीटें:
    • प्राथमिकता वाली सीट्स और रैम्प जैसी सुविधाएँ।