Begusarai News : देश के चर्चित पत्रकार और यूट्यूबर अजीत अंजुम एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार मामला बेगूसराय के बलिया थाना क्षेत्र से जुड़ा है, जहां उनके खिलाफ एक BLO के आवेदन पर सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार, यह पूरी घटना 12 जुलाई की है, जब साहेबपुरकमाल विधानसभा क्षेत्र के भाग संख्या-16 के BLO मो. अंसारुल हक प्रखंड सभागार में मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य के तहत गणना प्रपत्र को BLO App से अपलोड कर रहे थे। उसी दौरान पत्रकार अजीत अंजुम अपने कैमरामैन व सहयोगियों के साथ बिना अनुमति सभागार भवन के अंदर पहुंच गए और BLO से सवाल-जवाब करने लगे।
BLO मो. अंसारुल हक ने बलिया थाना में दिए अपने लिखित आवेदन में बताया है कि अजीत अंजुम ने उनसे पूछा — “आपके बूथ में कुल कितने मतदाता हैं? आपने कितने को फॉर्म बांटा और कितने का वापस प्राप्त किया? आपके बूथ में कितने मुस्लिम मतदाता हैं और उनमें से कितनों ने कागजात के साथ फॉर्म जमा किया?”
BLO का दावा है कि उन्होंने पूरी जानकारी साझा की, यह भी बताया कि उनके बूथ पर कुल 1020 मतदाता हैं और सभी को फॉर्म बांट कर वापस ले लिया गया है। लेकिन अजीत अंजुम का फोकस केवल इस बात पर था कि क्या मुस्लिम मतदाताओं को परेशान किया जा रहा है। BLO के अनुसार, यह आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है।
आवेदन में यह भी उल्लेख किया गया है कि अजीत अंजुम और उनके सहयोगी करीब एक घंटे तक वहां मौजूद रहे, जिससे गणना और अपलोडिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित हुए और सरकारी काम में बाधा उत्पन्न हुई। इस मामले में बलिया थानाध्यक्ष विकास कुमार राय ने पुष्टि की है कि बीएलओ की ओर से प्राप्त आवेदन के आधार पर पत्रकार अजीत अंजुम के खिलाफ प्राथमिकी संख्या 296/25 दर्ज की गई है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
इधर, वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम की ओर से इस मामले पर एक वीडियो जारी किया है जिसमें उन्होंने प्रतिक्रिया दिया है. लेकिन सोशल मीडिया पर यह मामला अब चर्चा का विषय बन चुका है। कई लोग इसे सत्ता से सवाल पूछने की ‘कीमत’ बता रहे हैं, तो कुछ इसे ‘पूर्व नियोजित स्टंट’ करार दे रहे हैं।