Mobile Charge : आखिर कब लगाना चाहिए फोन चार्ज? 15%, 30% या 50% पर? यहां कंफ्यूजन दूर कर लें….

Mobile Phone Charge : आजकल सभी लोगों के पास स्मार्टफोन हो गया है और लोग इसके बिना बिल्कुल भी नहीं रह पाते हैं। लोग आजकल चाहते ही नहीं है कि वह फोन को साइड में रखे या उसे चार्ज पर लगाए। मोबाइल में मिलने वाले एडवांस्ड फीचर्स का ही क्या काम जब मोबाइल की बैटरी लो रहे। बैटरी थोड़ी सी कम होते ही बार-बार उसे चार्ज लगा देते है। लेकिन आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। यह जानकारी बहुत ही कम लोगों को पता है कि मोबाइल को कितने % होने पर उसे चार्जिंग लगाना चाहिए?

अगर आप फोन की बैटरी को लंबा चलना चाहते हैं तो इस बात का जरूर ध्यान रखें कि जब इसकी बैटरी 20% से कम चार्ज हो तभी इसे चार्जिंग पर लगे और 80-90% चार्ज होने पर प्लग से हटा दें। अगर आप फास्ट चार्जिंग का इस्तेमाल करते हैं तो यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि 0% से चार्ज करने पर बैटरी बहुत ज़्यादा गर्मी होती है, और 80% से ऊपर, फास्ट चार्जिंग कम एफिशिएंट हो जाती है।

हालांकि, बैटरी को ओवरचार्ज होने ओर किसी तरह का खतरा नहीं होता है। क्योंकि आजकल फोन की बैटरी की सेहत बनाए रखने के लिए इसमें कई सारे इनबिल्ट फीचर दिए जाते हैं। जो फोन की बैटरी को 0% होने से पहले ही बंद कर देते है। अगर आप लंबे समय तक फोन को इस्तेमाल नहीं करने की प्लानिंग कर रहे हैं तो इसे आधा चार्ज रखना सबसे अच्छा विकल्प है। ऐपल आपके फोन को हर छह महीने में चालू करने और बैटरी को सुरक्षित रखने के लिए इसे 50% तक चार्ज करने की सलाह देता है।

इसके अलावा डैमेज या विस्फोट से बचने के लिए अपने मोबाइल फोन की बैटरी को ठंडी और सूखी जगह रखना चाहिए। लोकल सस्ते चार्जर फोन और उसके यूज़र दोनों के लिए असुरक्षित होते है। इसमें कंपोनेन्ट ठीक से इंसुलेटेड नहीं किया गया होता है, इसलिए शॉर्ट सर्किट और आग लगने का खतरा ज़्यादा रहता है, खासकर बाथरूम जैसे ह्यूमिड वाली जगह पर। यही वजह है कि नकली चार्जर इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दी जाती है।