Friday, July 26, 2024
Sports

Sarfaraz Khan : सुबह पिता से गले मिलकर रोए..फिर इंग्लैंड को रुला दिया, भावुक कर देगी सरफराज की कहानी….

Sarfaraz Khan : जब एक छोटे शहर का लड़का कुछ बड़ा हासिल करता है, तो न केवल उसका परिवार बल्कि पूरा शहर जश्न मनाता है। ऐसा ही कुछ देखने को मिला आज़मगढ़ के युवा क्रिकेटर सरफराज खान (Sarfaraz Khan) के मामले में। सरफराज भारत के लिए टेस्ट मैच खेल रहे हैं।

राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय प्लेइंग इलेवन में शामिल हुए सरफराज खान का जब महान क्रिकेटर अनिल कुंबले ने टेस्ट कैप पहनाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में स्वागत किया तो उनके पिता नौशाद खान भावुक हो गए। आइए आज सरफराज के इस सफर को जानते हैं।

सगड़ी क्षेत्र के बासुपार निवासी सरफराज (Sarfaraz Khan) काफी समय से घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे थे और टीम इंडिया में शामिल होने के प्रबल दावेदार थे लेकिन इसमें समय लग रहा था। आख़िरकार जब 15 फ़रवरी का दिन आया तो उनके पिता का सपना सच हो गया। वहीं, जिलेवासियों में भी खुशी की लहर है। खुशी में लोगों ने जश्न मनाया और मिठाइयां बांटीं। अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय पारी में सरफराज ने शानदार बल्लेबाजी की और 62 रन बनाए, लेकिन दुर्भाग्यवश रन आउट हो गए।

भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन सरफराज के पिता नौशाद खान सरफराज (Sarfaraz Khan) की पत्नी के साथ निरंजन शाह स्टेडियम में मौजूद थे। अपने बेटे को भारतीय टोपी लेते देख नौशाद की आंखों में आंसू आ गए। सरफराज ने डेब्यू करते हुए 62 रनों की तेज पारी खेली। हालांकि, नौशाद इस मैच के लिए यहां नहीं आने वाले थे और उनके यहां आने में सूर्यकुमार ने अहम भूमिका निभाई। नौशाद ने मैच के इतर खुलासा किया कि सूर्यकुमार के संदेश ने उन्हें राजकोट आने के लिए राजी किया।

Nitesh Kumar Jha

नितेश कुमार झा पिछले 2.5 साल से thebegusarai.in से बतौर Editor के रूप में जुड़े हैं। इन्हें भारतीय राजनीति समेत एंटरटेनमेंट और बिजनेस से जुड़ी खबरों को लिखने में काफी दिलचस्पी है। इससे पहले वह असम से प्रकाशित अखबार दैनिक पूर्वोदय समेत कई मीडिया संस्थानों में काम किया। उनके लेख प्रभात खबर, दैनिक पूर्वोदय, पूर्वांचल प्रहरी और जनसत्ता जैसे अखबारों में भी प्रकाशित हो चुके हैं। अभी नीतेश दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से MA मास मीडिया कर रहे हैं।