Bangladesh Voilence: बांग्लादेश में हालात लगातार बेकाबू ही होते जो रहे हैं. बांग्लादेश में उस्मान हादी की मौत के बाद अब मामला सरकार के हाथ से भी बाहर हो गया है. कड़ी सुरक्षा के बीच हादी का शव शुक्रवार रात को सिंगापुर से ढ़ाका लाया गया. शव पहुंचते ही लोगों ने बवाल काटना शुरु कर दिया. मौजूदा हालात में उनका अंतिम संस्कार भी अंतरिम सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन गया है.
बीबीसी बांग्ला के मुताबिक हादी का शव बांग्लादेश एयरलाइंस की फ्लाइट से शुक्रवार शाम करीब 6 बजे हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा. शव के साथ बांगलादेश सेना और सशस्त्र बल बटालियन और पुलिस की भारी तैनाती की गई है. हवाई अड्डे से लेकर शहर के प्रमुख इलाकों तक की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. समर्थकों द्वारा हिंसा की आशंका लगातार बनी हुई है.
Bangladesh Voilence: हादी को लगी थी गोली
उस्मान हादी को 12 दिसंबर को ढ़ाका में चुनाव प्रचार के दौरान गोली लगी थी. ढ़ाका में हादी को बाइक सवार 2 अज्ञात ने सिर में गोली मारी थी. सिर में गंभीर चोट लगने से उन्हें तुरंत ढ़ाका में भर्ती कराया गया. इसके बाद उनकी हालत नाजुक होने पर उन्हें बेहतर इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया. 6 दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच जूझने के बाद उनकी मौत 18 दिसंबर को सिंगापुर के अस्पताल में हो गई. हादी की मोौत की पुष्टि के बाद देशभर में आक्रोश और हिंसा तेज हो गई.
Bangladesh Voilence: शनिवार को राजकीय शोक
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने शनिवार को एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. हादी के निधन को लेकर इस शोक की घोषणा हुई है. सरकार के मुताबिक हादी की नमाज-ए-जनाजा शनिवार दोपहर 2 बजे ढ़ाका स्थित संसद भवन के साउथ प्लाजा में अदा की जाएगी. इसमें देश के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे.
हादी के परिवार की इच्छा के अनुसार नेता को राष्ट्रीय कवि काजी नजरुल इस्लाम की कब्र के पास दफनाया जाएगा. प्रशासन ने साफ कहा है कि शव को सार्वजनिक दर्शन के लिए नहीं रखा जाएगा और जनाजे में जितने लोग शामिल होंगे उन्हें बैग या भारी सामान नहीं लाना है. वहीं संसद परिसर और उसके आसपास ड्रोन उड़ाने पर भी प्रतिबंध है.
Bangladesh Voilence: मौत से भड़की हिंसा
हादी की मौत के बाद पहले तो शांतिपूर्ण मौन रखा जा रहा था लेकिन इसके बाद जबरदस्त हिंसा भड़क उठी. राजधानी ढ़ाका समेत कई शहरों में हिंसात्मक घटनाएं होने लगी. कट्टरपंथी समूहों ने वामपंथी सांस्कृतिक संगठन उदिची शिल्पीगोष्ठी के कार्यालय में आग लगाई. दो न्यूज ऑफिसों को आग लगा दी गई और पत्रकारों को निशाना बनाया जाने लगा. लगातार तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आने लगी.
चट्टगांव में भारतीय सहायक उच्चायुक्त के आवास पर पथराव हुआ. अल्पसंख्यकों पर हमला बढ़ गया. मैमनसिंह जिले में दीपू चंद्र दास नाम के हिंदू युवक को ईशनिंदा के आरोप में भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला और शव को आग दी जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
Bangladesh Voilence: सरकार ने दिया बयान
इन सभी घटनाओं के बाद अंतरिम सरकार की जमकर आलोचना होने लगी जिसके बाद सरकार ने बयान जारी कर कहा कि नए बांग्लदेश में इस तरह के हिंसा की कोई जगह नहीं है. हादी की मौत के बाद इंकलाब मंच और जमात से जुड़े कट्टरपंथी संगठनों ने बेनापोल से भारत-बांग्लादेश सीमा तक मार्च निकाला. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि हादी की हत्या का आरोपी भारत भाग गए हैं.
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