गजब! पालतू बिल्ली के सालाना 11 लाख खर्च करती है ये महिला, वजह जान रह जाएंगे दंग!

आजकल बिल्ली कुत्तों को पालने का एक अलग ट्रेंड चल गया है। पहले लोग घर में कुत्ते रखते थे। मगर अब बिल्लियों के पालने का भी चलन शुरू हो गया है। आजकल भारी संख्या में लोग बिल्ली पालने लगे हैं। लोग अपनी बिल्ली का काफी ध्यान रखते हैं।

उसे अच्छा खाना खिलाते हैं। साफ सफाई से रखते हैं। लेकिन आज हम एक ऐसी बिल्ली और उसकी मालकिन के बारे में आपको बताएंगे जिसने इन दिनों खूब सुर्खियां बटोरी हुई है। जी हां, बिल्ली की मालकिन ने अपनी बिल्ली के लिए कुछ ऐसा किया है इसके बारे में सुनकर हर कोई दंग है। तो चलिए आज हम आपको इस अनोखी कहानी के बारे में बताते हैं।

जानिए यह अनोखा किस्सा

आज हम आपको एक बिल्ली और उसकी मालकिन की अनोखी कहानी बताने जा रहे हैं। यह कहानी है फेनजाह मोगेन्सन की। फेनजाह मोगेन्सन डेनमार्क (Denmark) के कोपेनहेगन की रहने वाली है। मोगेन्सन को बचपन से ही बिल्ली पालने का बेहद शौक था। उन्होंने बिल्ली पाल रखी है। मोगेन्सन ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी उस पालतू बिल्ली से जुड़ी कहानी लोगों को बताई।

जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान है। मोगेन्सन बचपन से ही बिल्ली पालने की शौकीन रही है। वह जहां भी बिल्ली देखती उसकी दीवानी हो जाती। आज से कुछ 10 साल पहले यानी कि साल 2010 में मोगेन्सन के साथ ऐसा ही हुआ। उस समय एक वेबसाइट पर उन्हें बिल्लियां दिखी और उन प्यारी बिल्लियों पर उनका दिल आ गया। उन्होंने उन बिल्लियों को गोद लेने का फैसला लिया।

बिल्ली को घातक बीमारी

मोगेन्सन ने उन दो प्यारी बिल्लियों को गोद ले लिया। मगर एक दिन उनकी एक पालतू बिल्ली की तबीयत काफी खराब हो गई। वह अपनी बिल्ली को लेकर डॉक्टर के पास गई। डॉक्टर ने बिल्ली की जांच कर मोगेन्सन को कुछ ऐसा कहा जिससे उसके पैरों तले जमीन खिसक गई।

डॉक्टर ने बताया कि उसकी बिल्ली मोंटी को जेनेटिक डिसऑर्डर है। जिसकी वजह से उसे सुनाई नहीं देता था। इतना ही नहीं उसे मिर्गी,अस्थमा और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी भी थी। डॉक्टर ने कहा कि मोंटी अब ज्यादा समय के लिए जिंदा नहीं रहेगी।

सालाना 11 लख रुपए करती है खर्च

हालांकि डॉक्टर ने मोगेन्सन से बिल्ली को बचाने का उपाय भी बताया। उन्होंने कहा कि बिल्ली को बचाया जा सकता है लेकिन उसके इलाज में काफी खर्चा आएगा। खर्चे के बारे में जब मोगेन्सन ने डॉक्टर से पूछा तो उन्होंने बताया कि इलाज में सालाना 11 लख रुपए यानी कि महीने का 91 हजार रुपए लगेगा।

मोगेन्सन अपनी बिल्ली को बचाने के लिए कुछ भी करने को तैयार थी। उन्होंने इलाज के लिए हामी भर दी। अब मोगेन्सन अपनी बिल्ली के इलाज में सालाना लाखों रुपए खर्च करती हैं। बता दें कि, 4 साल की उम्र में गोद ली हुई वह बिल्ली आज 14 साल की हो गई है। मोगेन्सन अपनी बिल्ली के इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ती।