भारत के किन राज्यों में प्रवेश के लिए लोगों का लगता है परमिट? यहाँ जान लीजिए….

Permit : पिछले कुछ समय से लक्षद्वीप काफी ज्यादा चर्चा में चल रहा है और मालदीव के बजाए पर्यटकों को भारत के लक्षद्वीप पर जाने की सलाह दी जा रही है। वैसे लक्षद्वीप काफी संवेदनशील जगह है, इसलिए यहां जाने के लिए आपको एक परमिट लेना पड़ता है।

लेकिन आज हम आपको बताने वाले हैं कि लक्षद्वीप के अलावा भारत में कई और जगह भी ऐसी है जहां पर जाने के लिए आपको परमिट लेना पड़ता है। आज इस आर्टिकल में हम आपको इन्हीं जगहों के बारे में बताने वाले है।

लक्षद्वीप के लिए परमिट

सबसे पहले अगर आपको लक्षद्वीप जाना होता है तो आपको लक्षद्वीप प्रशासन की वेबसाइट पर जाकर परमिट के लिए आवेदन करना होगा। इसके अलावा आप कोच्ची जाकर भी परमिट बनवा सकते है। यह परमिट 30 दिन तक ही वैलिड रहता है। इसे लेकर आप लक्षद्वीप में बिना किसी हिचक के घूम सकते हैं। इसे बनाने में 300 रुपये तक खर्च होंगे।

नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में इनर लाइन परमिट

लक्षद्वीप के अलावा आपको भारत के उत्तर-पूर्वी इलाकों या राज्यों में जाने के लिए भी परमिट लेना जरूरी होता है। इसे इनर लाइन परमिट कहा जाता है। इसमें आपको उस राज्य की जानकारी देनी होती है जहां आपको जाना है।

जैसे नागालैंड, मिजोरम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के कई इलाकों में जाने के लिए आपको इनर लाइन परमिट की जरूरत पड़ेगी। ये परमिट अंग्रेजो के जमाने से चले आ रहे बंगाल ईस्टर्न फ्रंटियर रेगुलेशन के तहत बनाए जाते हैं। सिक्किम और लद्दाख के भी कुछ इलाकों में जाने के लिए आपको परमिट की जरूरत पड़ती है।

अब आप लोगों के मन में सवाल आ रहा होगा कि आखिर इन जगहों पर जाने के लिए परमिट की जरूरत क्यों पड़ती है? इसलिए आपको बता दे कि सरकार इन जगहों की संस्कृति और संसाधनों को बचाने के लिएऐसा करती है। ये इनर लाइन परमिट आसानी से ऑनलाइन ही आप बनवा सकते हैं। आवेदन के कुछ ही दिन बाद आपको मेल के जरिए अपना परमिट मिल जाएगा।