Veer baal diwas: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीर बाल दिवस के अवसर पर देश को गुलामी की मानसिकता से मुक्त करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि Gen-Z और Gen Alpha ही विकसित भारत की नींव है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि युवा पीढ़ी आत्मनिर्भर भारत और राष्ट्रहित के संकल्प को आगे बढ़ाएगी. यह बातें पीएम मोदी ने वीर बाल दिवस के अवसर पर दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित कार्यक्रम में कही
Veer baal diwas: 26 दिसंबर को मनाया जाता है
वीर बाल दिवस हर साल 26 दिसंबर को मनाया जाता है. इस दिवस की घोषणा प्रधानमंत्री ने 9 जनवरी, 2022 को गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर की थी. इस आयोजन के दौरान पीएम ने गुरु गोविंद सिंह जी के साहबजादों -बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के अद्वितीय बलिदान को याद किया. पीएम ने कहा कि भारत ने अब यह ठान लिया है कि गुलामी की मानसिकता से मुक्ति पानी ही होगी.
पीएम ने आगे कहा कि अब भारतीयों के शौर्य और बलिदान की स्मृतियां दबेंगी नहीं. देश के नायक-नायिकाओं को हाशिये पर नहीं रखा जाएगा. पीएम ने कहा कि गुलामी की सोच से मुक्त होते भारत में भाषाई और सांस्कृतिक विविधता हमारी ताकत बन रही है और इसी मनोभाव से हम वीर बाल दिवस मना रहे हैं. उन्होंने कहा कि Gen-Z और Gen Alpha आपकी पीढ़ी ही भारत को विकसित भारत के लक्ष्य तक ले जाएगी. मैं आपकी योग्यता और आत्मविश्वास को देखता हूं इसलिए आप पर पूरा भरोसा करता हूं.
Veer baal diwas: शॉर्ट-टर्म शोहरत से दूर रहने की दी सलाह
पीएम मोदी ने युवाओं को चेताया कि वो शॉर्ट-टर्म पॉपुलैरिटी की चमक-धमक में ना उलझें. आपकी सफलता सिर्फ आपकी नहीं होनी चाहिए आपका लक्ष्य होना चाहिए कि आपकी सफलता देश की सफतला बने.
Veer baal diwas: वीर साहिबजादे भारत का गौरव
पीएम मोदी ने कहा कि वीर साहिबजादे भारत के अदम्य साहस और शौर्य का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि वीर साहिबजादे भारत के अदम्य साहस और शौर्य का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि छोटी उम्र में साहिबजादों ने उस समय की सबसे बड़ी सत्ता से टकराने का साहस दिखाया. यह लड़ाई मजहबी कट्टरता और भारत के मूल विचारों के बीच थी. उनकी लड़ाई सत्य बनाम असत्य की लड़ाई थी.
पीएम ने कहा कि चारों साहिबजादे त्याग के साक्षात अवतार थे जिन्हें मुगल सल्तनत की क्रूरता भी डिगा नहीं पाई. बीते 4 वर्षों में वीर बाल दिवस ने नई पीढ़ी को साहिबजादों की प्रेरणा से जोड़ा है. इस मौके पर प्रधानमंत्री राष्ट्री बाल पुरस्कार के जरिए देश के उल्लेखनीय कार्य करने वाले बच्चों को सम्मानित किया जाता है.
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