Bihar में हो रही Black Potato की खेती, America से मंगाया गया बीज, कीमत सुन उड़ जाएंगे होश!

Potato Farming : आप लोगों ने अपने जीवन में आलू तो जरूर देखा होगा और इसकी सब्जी भी खाई होगी। लेकिन आपने हमेशा भूरे रंग का आलू देखा होगा। आप लोगों को जानकर हैरानी होगी कि इस दुनिया में काले रंग का आलू भी पाया जाता है जिसकी पैदावार मुख्य रूप से अमेरिका में ही होती है।

रंग अलग होने के साथ इनमें अलग गुण भी पाए जाते हैं। जिसके साथ उनकी कीमत भी बदल जाती है। इसलिए सामान्य मौसम में भी यह आलू 300 से ₹500 किलो बिकता है।अब इसकी खेती भारत के बिहार में भी शुरू हो चुकी है। सीवान जिला भी इसमें शामिल है। यहां के एक किसान ने इस बार दो कट्ठा में काले आलू की खेती है। चौंकाने वाली बात यह है कि हार्वेस्टिंग से पहले ही नेपाल के व्यापारी ने एडवांस में बुकिंग भी कर ली है।

सीवान जिले के किसान सुरेश कुमार ने बताया कि इस साल 10 कट्ठा में आलू की खेती की गई है। इसमें दो कट्ठा में कला, तीन कट्ठा में नील कंठ और 5 कट्ठा में साधारण आलू की खेती की है। वे बताते हैं कि पिछली बार उन्होंने ट्रायल के रूप में एक कट्ठा में काले आलू की खेती की गई है। उन्होंने बताया कि काले आलू की खेती बड़े स्तर पर करना चाहते थे। लेकिन पर्याप्त मात्रा में बीज ना मिलने के कारण ऐसा नहीं हो पाया। इसकी खेती से ज्यादा परेशानी बीज मिलने की है।

300 से 500 रुपये किलो की है कीमत

सुरेश कुमार ने बताया कि काला आलू अभी बाजार में नया है और ये शुगर फ्री भी है। इसे डायबिटीज के मरीज भी खा सकते है। इसीलिए यह सामान्य आलू से ज्यादा महंगा बिकता है। बाजार में इस 1 किलो आलू की कीमत 300 से 500 रुपये है। इस बार तो हार्वेस्टिंग से पहले की डिमांड आना शुरू हो गई है और 5 क्विंटल आलू की एडवांस बुकिंग हो गई है।

120 दिन में होता है तैयार

उन्होंने बताया कि 2 कट्ठा खेत में काले आलू की बुवाई की है जिसमें 1 क्विंटल बीज लगा है। इस फसल को तैयार होने में करीब 120 दिन लग जाएंगे। अब जल्दी फसल तैयार होने वाली है और उम्मीद के अनुसार 10 से 12 क्विंटल आलू की खेती हो जाएगी। अब एक से दो सप्ताह बाद हार्वेस्टिंग शुरू हो जाएगी। इसके अलावा अभी नीलकंठ आलू और साधारण आलू की हार्वेस्टिंग शुरू हो चुकी है। खेत से निकालने के बाद सीधे बाजार में भेज दिया जाता है।