आखिर ‘पृथ्वी’ का नाम पृथ्वी क्यों रखा गया? जानें – कैसे है भारतीय राजा से जुड़ा कनेक्शन…

पृथ्वी अपने आप में एक विशाल समुद्र है जहां पर पेड़-पौधे, पशु-पक्षी और इंसानी जीव का बसेरा है. इस पृथ्वी पर न जाने कितने सालों से जीव जंतुओं का बसेरा है. यहां पर हर जाति धर्म के लोग और अलग-अलग मजहब के लोग भी निवास करते हैं.

हम सभी इस बात को बखूबी जानते हैं कि इस पृथ्वी पर छोटे से छोटे जीव और बड़े से बड़े जीव यहां तक की मांगे से मांगे कीमती सामान और अलग-अलग प्रकार के व्यंजन जैसे तमाम हर एक वह चीज जो इंसान की जरूरत है इस धरती पर उपलब्ध है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि इतने बड़े समुद्र नुमा पृथ्वी का नाम आखिर किसने रखा और कैसे रखा? अगर नहीं तो आईए जानते हैं.

कैसे पड़ा नाम

दरअसल, पृथ्वी एक संस्कृत नाम है और इसका मतलब होता है “विशाल धारा” वहीं पृथ्वी का नाम महाराज पृथ्वी के नाम पर रखा गया है क्योंकि उनका नाम महाराजा पृथ्वी था और पृथ्वी हिस्सा काटकर पृथ्वी बसाया गया है. मान्यताओं के मुताबिक महाराज पृथ्वी धरती के पहले राजा थे जो धरती पर शासन कर रहे थे.

जीव ही पृथ्वी मंडल पर

वहीं हम सभी विज्ञान की दुनिया में जब कदम रखते हैं तो सबसे पहले चीज हमें यही सिखाई जाती है कि हमारे सौरमंडल में पृथ्वी ही एक ऐसा मंडल है. जहां पर जीव जंतुओं का बसेरा पाया जाता है. इसके अलावा हम पृथ्वी को अंग्रेजी में Earth के नाम से जानते हैं जो की एक जर्मनी शब्द से लिया गया है.