Friday, July 26, 2024
Knowledge

आखिर Flight में क्यों पड़ती है ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत? आज जान लीजिए कारण…..

Oxygen Cylinder : किसी को एक देश से दूसरे देश या एक शहर से दूसरे शहर जाना होता है तो वह Flight के सफर को ही पहला ऑप्शन चुनता है। अगर आप कहीं जाने के लिए फ्लाइट का सफर करते हैं तो इससे आपका समय भी बच जाता है। लेकिन नियमों के अनुसार कुछ लोगों को फ्लाइट में सफर करने के लिए मना कर दिया जाता है।

फ्लाइट में सफर करने का एक अलग ही अनुभव होता है, क्योंकि फ्लाइट हवा में उड़ती है और इससे आप आसमान का शानदार नजारा देख सकते हैं। आप जब फ्लाइट में उड़ते हैं तो नीचे का या फ्लाइट के बाहर का नजारा देखकर आपका मन प्रफुलित हो जायेगा। फ्लाइट आसमान में काफी ऊपर उड़ती है। जैसा कि आप सभी को पता है कि ज्यादा ऊंचाई पर जाने से ऑक्सीजन (Oxygen Cylinder) लेवल कम हो जाता है। लेकिन फिर भी फ्लाइट में सब आसानी से सफर कर लेते हैं।

फ्लाइट में सफर करने वाले लोगों को सांस लेने में परेशानी ना हो तो इसके लिए क्या उनकी सीट पर ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder) लगे होते हैं? लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है क्योंकि यात्रियों के लिए प्लेन में पहले से ही ऑक्सीजन की व्यवस्था की जाती है। इसलिए जब प्लेन हवा में ऊपर उड़ता है तो भी इसके अंदर का माहौल एकदमनॉर्मल बना होता है।

लेकिन फिर भी फ्लाइट के अंदर ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder) होते हैं और वह इसलिए काम में आते हैं जब केबिन में दबाव कम होता है। ऐसे में यात्रियों को ऑक्सीजन की ज्यादा जरूरत पड़ती है। इसके लिए ओवरहेड ऑक्सीजन मास्क ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है। यह यात्री 15 से 20 मिनट तक लगाए रहते हैं। जिससे ऑक्सीजन का लेवल नॉर्मल बना रहता है। हर विमान में यह सुविधा मौजूद होती है।

लेकिन जब फ्लाइट ऊपर से नीचे आ रही होती है तो इसमें हवा का दबाव बहुत ही काम हो जाता है। ऐसी स्थिति में ओवरहेड मास्क यात्रियों को बेहोश होने से बचाता है, क्योंकि ऑक्सीजन का स्तर कम होने से यात्री हाइपोक्सिया की स्थिति में जा सकते हैं। जिसे वह बेहोश भी हो सकते हैं। उन्हें चक्कर भी आ सकते हैं।

Durga Partap

दुर्गा प्रताप पिछले 1 सालों से बतौर Editor में के रूप में thebegusarai.in से जुड़े। इन्हें बिजनेस, ऑटोमोबाइल्स और खेल जगत से जुड़ी खबरे को गहराई से लिखने में काफी दिलचस्पी है। पिछले 5 साल से वह कई समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में लगातार योगदान देते रहे हैं। दुर्गा ने MDSU से BCA की पढ़ाई पूरी की है।