Friday, July 26, 2024
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बस एक गलती और किराएदार का हो जायेगा आपका प्रॉपर्टी, कोर्ट भी नहीं करेगा सुनवाई…

न्यूज़ डेस्क: अगर आपने भी अपना घर या जमीन किराये पर दे रखी है तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल, इससे जुड़ी बातों के बारे में जानना आपके लिए बेहद जरूरी है। एडवर्स प्रोजेशन (Adverse Projection) के तहत किरायेदार आपकी जमीन या कमरे पर कब्जा कर सकता है। हां, कुछ शर्तों का पालन करने के बाद किरायेदारों के लिए यह सब आसान हो जाता है। आइए आज जानते हैं कि यह कानून क्या है और मकान मालिक को किराये पर मकान लेते समय कितनी सावधानी बरतनी चाहिए।

क्या है माजरा

दरअसल, आपने कोई प्रॉपर्टी किराए पर दे रखी है या खाली छोड़ रखी है। अगर कोई दूसरा उस पर कब्जा करके 12 साल से रह रहा है तो वह व्यक्ति संपत्ति पर दावा कर सकता है। अगर आप किरायेदार से हर महीने पैसे ले रहे हैं तो भी आपकी संपत्ति आपके हाथ से जा सकती है। हम आपको आगे बताएंगे कि हम इससे कैसे बच सकते हैं। एक और बात ये है कि ये कानून सरकारी संपत्ति पर लागू नहीं होता। सरकारी संपत्ति पर कब्जे से जुड़े कानून में समय बढ़ता है। केवल व्यक्तिगत संपत्ति पर 12 वर्ष के बाद दावा किया जा सकता है।

क्या किया जा सकता है

अपनी किसी भी संपत्ति को लावारिस न छोड़ें। इस पर नियंत्रण रखें। अगर आपने कोई प्रॉपर्टी किराए पर दी है तो रेंट एग्रीमेंट जरूर बनवा लें। छोटे शहरों में आमतौर पर देखा जाता है कि लोग बिना रेंट एग्रीमेंट के ही अपना घर किराए पर दे देते हैं और सिर्फ किराया लेते रहते हैं। ऐसा बिल्कुल न करें। रेंट एग्रीमेंट 11 महीने के लिए होता है और इसे हर 11 महीने में रिन्यू कराना होता है। अगर आपको लगता है कि कोई आपकी संपत्ति पर अवैध कब्जा कर रहा है तो तुरंत उसके खिलाफ कोर्ट जाएं। क्योंकि 12 साल बाद कोर्ट भी उस संपत्ति पर आपका केस नहीं सुनेगा। आप चाहें तो समय-समय पर किरायेदार बदल सकते हैं।

Nitesh Kumar Jha

नितेश कुमार झा पिछले 2.5 साल से thebegusarai.in से बतौर Editor के रूप में जुड़े हैं। इन्हें भारतीय राजनीति समेत एंटरटेनमेंट और बिजनेस से जुड़ी खबरों को लिखने में काफी दिलचस्पी है। इससे पहले वह असम से प्रकाशित अखबार दैनिक पूर्वोदय समेत कई मीडिया संस्थानों में काम किया। उनके लेख प्रभात खबर, दैनिक पूर्वोदय, पूर्वांचल प्रहरी और जनसत्ता जैसे अखबारों में भी प्रकाशित हो चुके हैं। अभी नीतेश दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से MA मास मीडिया कर रहे हैं।