Thursday, July 25, 2024
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पता चल गया आखिर तोता इंसानों की तरह कैसे बोल लेता हैं? आप भी जान लीजिए

Parrot Speak like Human : अगर हम इंसान के सबसे पसंदीदा जानवर या पक्षियों की बात करें तो उसमें तोता का नाम भी जरूर शामिल होगा। कई सदियों से तोता इंसानों के साथ रहते हैं आ रहे हैं और भी यही कारण है कि वह इंसानों जैसी बोली भी बोलने लग जाते हैं।

दरअसल आप अगर किसी तोते को पालते है और रोज उसे अपनी भाषा सिखाते है तो वो जल्द ही आपकी तरह बोलना शुरू कर देगा। देखा जाये तो ये गुण किसी और पक्षी में दिखाई नहीं देता है।

इसलिए इंसानों के दिमाग में अक्सर ऐसा सवाल आता रहता है कि आखिर इस पक्षी में ऐसा क्या है जो यह इंसानों की तरह बोलने लग जाता है। इसमें ऐसी क्या खास बात है जो इंसानों की तरह नकल कर लेता है। तो चलिए आज इस आर्टिकल में हम इसके पीछे का कारण बताते हैं कि जिससे ये इंसानों की तरह आवाज निकाल लेता है।

ऐसा क्या खास है इनके गले में

आज से लगभग 100 साल पहले अगर ऐसा कुछ होता जिस इंसान समझ नहीं पाते थे तो उसे बात को चमत्कार या भगवान की लीला बता देते थे। लेकिन अब विज्ञान ने काफी तरक्की कर ली है तो इंसान मशीनों और तकनीक की मदद से हर चीज या घटना के पीछे की असली वजह को पता करने की कोशिश करते है।

इसलिए अब साइंस ने तोतों के इस तरह बोलने के पीछे का कारण भी पता कर लिया है। वैज्ञानिकों ने जब तोते के शरीर पर शोध किया तो पता चला कि उनके गले में एक सिरिंक्स नाम का अंग होता है, जो उसकी श्वासनली में स्थित होता है…यही अंग तोतों को इंसानी भाषा बोलने में मदद करता है।

दिमाग का भी होता है खेल

वैज्ञानिकों ने पिछले 34 सालों से तोते के दिमाग पर शोध कर रहे है और इस बात का पता चला है कि तोतों के दिमाग के बाहरी रिंग में मौजूद शेल इन्हे कोई भी भाषा सीखने में मदद करते है। ऐसे देखा जाये तो ये शेल हर पक्षी के दिमाग में बाहरी रिंग में मौजूद होती है। लेकिन तोतों के शेल अन्य पक्षियों की तुलना में बड़े होते है। इसका मतलब है कि ये पक्षी किसी और पक्षी के मुकाबले तेजी से कोई भाषा सीख सकते हैं और उन्हें समझ कर दोहरा भी सकते हैं।

Durga Partap

दुर्गा प्रताप पिछले 1 सालों से बतौर Editor में के रूप में thebegusarai.in से जुड़े। इन्हें बिजनेस, ऑटोमोबाइल्स और खेल जगत से जुड़ी खबरे को गहराई से लिखने में काफी दिलचस्पी है। पिछले 5 साल से वह कई समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में लगातार योगदान देते रहे हैं। दुर्गा ने MDSU से BCA की पढ़ाई पूरी की है।