जला देने के बाद मुर्दे की राख होती है बहुत काम की – होते है ये बड़े फायदे

डेस्क : हिंदू रीति रिवाज के अनुसार जब भी किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसके शव को जलाने की प्रक्रिया की जाती है, ऐसा माना जाता है कि जलाने के बाद यदि किसी व्यक्ति ने अच्छे कर्म किए हैं तो वह स्वर्ग जाता है और बुरे कर्म किए हैं तो वह नरक में जाता है, लेकिन स्वर्ग हो या नर्क कहीं भी जाने से पहले उसको अग्नि के हवाले किया जाता है।

जब मृत शरीर को जलाया जाता है तो वह राख बन जाता है। भारत में बड़ी बड़ी नदियों का खूब जिक्र होता है ऐसे में आदर और सम्मान के लिए उनकी पूजा भी की जाती है और उन सबको बहुत पवित्र माना जाता है। शव की ज्यादातर राख नदियों में बहा दी जाती है। हिन्दू लोगों की ज्यादातर राख को गंगा नदी में ही बहा दिया जाता है।

जैसे ही उसकी राख को बहाया जाता है तो वह भगवान की शरण में पहुंच जाता है। बता दें कि इंसान की मृत्यु के बाद शव में ज्यादातर फास्फोरस मिला होता है। यह फॉस्फोरस जहाँ भी जाता है, वहां की मिट्टी को उपजाऊ बना देता है इसलिए हिंदू धर्म के पुराने ऋषि महर्षियों के मुताबिक हर चीज का अपना ही एक अनोखा महत्व है जिसके कारण हिंदू धर्म में हर चीज की जरूरत है।